90 के दशक की हिट सिंगर सुनीता राव, श्वेता शेट्टी, अल्ताफ राजा, शब्बीर कुमार से लेकर मोटिवेशनल स्पीकर गोपाल दास तक ‘द कपिल शर्मा शो’ के आने वाले एपिसोड्स में गेस्ट के तौर पर नजर आएंगे। कपिल ने गोपाल दास से ऐसा सवाल किया कि सभी हंसने लग पड़े।
कपिल शर्मा का तगड़ा मजाक
सोनी ने सोशल मीडिया पर प्रोमो को कैप्शन के साथ साझा किया, ‘इस वीकेंड रात 9:30 बजे, #SonyEntertainmentTelevision par #TheKapilSharmaShow में ज्ञान और म्यूजिक की होगी बारिश क्योंकि आने वाले हैं मोटिवेशनल स्पीकर और 90 के दशक के रेट्रो सिंगर्स इस बार!’
गोपाल दास से कपिल का अटपटा सवाल
प्रोमो की शुरुआत में कपिल मंच पर गौर गोपाल दास का स्वागत करते हैं और अपने एक मोटिवेशनल वीडियो के बारे में बात करते हैं, जिसमें वह ‘प्रेमिका-प्रेमी’ के बारे में बात करते हुए दिखाई देते हैं। उसी के बारे में उनसे पूछताछ करते हुए कपिल ने पूछा, ‘आपको ये स्टूडेंट होना का अनुभव है या कभी मोहब्बत में भी पड़े हैं?’ उन्होंने जवाब दिया, ‘कपिल आज बहुत फ्रीडम ले रहे हैं।’
‘द कपिल शर्मा शो’ के आनेवाले एपिसोड में कपिल शर्मा 90 के दशक के लोकप्रिय सिंगर्स का स्वागत करने के लिए तैयार हैं, जिनमें सुनीता राव, श्वेता शेट्टी, अल्ताफ राजा, शब्बीर कुमार और गौर गोपाल दास जैसे कुछ फेमस दिग्गज शामिल हैं। एपिसोड के एक नए प्रोमो में दिखाया गया है कि कैसे गौर गोपाल दास से बात करते हुए कपिल ने मजे लिए और कैसे श्वेता शेट्टी ने नई पीढ़ी के फैंस और अपने समय में वापस आने वाले फैंस के बीच एक बड़े अंतर के बारे में बात की।
अल्ताफ राजा का उड़ाया मजाक
कपिल ने श्वेता शेट्टी से एक क्रेजी फैन के बारे में पूछा। उन्होंने कहा कि उस जमाने में फैन्स ऐसे बिल्कुल नहीं थे जैसे आज हम देखते हैं। वे बहुत ही सभ्य और शर्मीले थे। वह शब्बीर को गले लगाकर बताती हैं कि कैसे सेल्फी क्लिक करते समय फैंस अपने पसंदीदा सितारों को गले लगाते हैं। कपिल ने इस बात का भी मजाक उड़ाया कि कैसे अल्ताफ राजा शो में काफी चमक रहे थे। उन्होंने मजाक में कहा कि ऐसा लगता है कि शो के लिए आने से पहले उनके चेहरे को काफी देर तक पानी में डाला गया था।
म्यूजिक से भरी शाम
श्वेता शेट्टी ने रोजा से ‘रुक्मणी रुक्मणी’, रंगीला से ‘मांगता है क्या’ और बिछू से ‘तोते तोते हो गया’ जैसे हिट गाने गाए हैं। सुनीता राव अपने हिट सिंगल ‘परी हूं मैं’ और ‘अब के बरस’ जैसे गानों के लिए जानी जाती हैं। अल्ताफ राजा को उनके गाने ‘तुम तो ठहरे परदेसी’ के लिए जाना जाता है, जबकि शब्बीर को बेताब (1983) के ‘जब हम जवान होंगे’, वो सात दिन के ‘प्यार किया नहीं जाता’, कुली के ‘मुझे पीने का शौक नहीं’ और कई अन्य जैसे गानों के लिए जाना जाता है।