जिस मुल्क में हो रहा फीफा वर्ल्ड कप, उस कतर में एक भी जंगल क्यों नहीं है?

मध्य पूर्व में सऊदी अरब से सटा एक छोटा सा मुल्क कतर इन दिनों चर्चा में है। यहां फीफा वर्ल्ड कप 2022 का आगाज हो चुका है। भारत में भी फुटबॉल विश्व कप का खुमार चरम पर है। कोलकाता में फुटबॉल फैंस की भरमार है।

कतर में ‘का बा’ : कोलकाता का ‘मैदान बाजार’ कतर की गलियों की तरह रंग-बिरंगा दिख रहा है। यहां अर्जेंटीना, ब्राजील, पुर्तगाल, जर्मनी और स्पेन जैसे देशों के झंडे और जर्सी खूब बिक रहे हैं। कतर के बारे में जानने की लोगों में दिलचस्पी बढ़ी है। यह दुनिया के सबसे बड़े पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस भंडार में से एक है। यहां विदेशी बड़ी संख्या में काम करते हैं। कतर में तेल का ही सारा खेल है। लोगों का जीवन स्तर और चमक-धमक सब तेल के पैसे से ही है।

​कतर ही नहीं, दुनिया के इन देशों में भी जंगल नहीं

20 नवंबर से शुरू हुआ फीफा वर्ल्ड कप 18 दिसंबर तक कतर में आयोजित होगा। इस मुस्लिम बहुल देश में कई तरह की पाबंदियां हैं। यहां तक कि बिना परमिशन आप वीडियो रिकॉर्ड या रिपोर्टिंग नहीं कर सकते हैं। एक दिन पहले ही लाइव रिपोर्टिंग करते एक पत्रकार को अधिकारियों ने पकड़ लिया था। हालांकि कम लोगों को पता होगा कि कतर में आए विदेशी अगर जंगल में घूमना चाहें तो वहां ऐसा संभव नहीं है। जी हां, कतर में जंगल है ही नहीं। सड़क के किनारे विशेष रूप से तैयार किए गए पेड़ जरूर मिलते हैं।

हालांकि कतर अकेला ऐसा देश नहीं है। ओमान, सेन मरीनो और ग्रीनलैंड में भी कोई जंगल नहीं है। दरअसल, शुष्क जलवायु के चलते कतर में पेड़-पौधे कम ही होते हैं। वहां मानव निर्मित जंगल बनाने की कोशिशें हो रही हैं लेकिन इसे फलने-फूलने में समय लग सकता है।

​​सबसे ज्यादा जंगल​

दुनिया के सबसे ज्यादा जंगल वाले देशों की बात करें तो सबसे ज्यादा वन क्षेत्र (815 मिलियन हेक्टेयर) वाला देश रूस है। इसके अलावा ब्राजील, अमेरिका, कनाडा, चीन, ऑस्ट्रेलिया, कांगो में विशाल वन क्षेत्र मिलते हैं जो 100 मिलियन हेक्टेयर से अधिक हैं।

कतर के लिए ऊंट स्पेशल हैं

कतर में रेगिस्तान ही रेगिस्तान है। ऐसे में यहां ऊंट की महत्ता ज्यादा है। यही वजह है कि जब यहां फुटबॉल विश्व कप का आगाज हो रहा था तो समारोह में ऊंट भी स्टेडियम में चहलकदमी करते दिखाई दिए।

​सबसे समृद्ध जंगल​

अमेजन रेनफॉरेस्ट को दुनिया का सबसे विशाल, समृद्ध और विविधताओं वाला जंगल माना जाता है। यहां लाखों प्रकार के कीड़े, पौधे, चिड़िया और दूसरे जंगली जीव-जंतु रहते हैं।