कांग्रेस के 22 MLA जाएंगे देवेंद्र फडणवीस के साथ? उद्धव ठाकरे के ‘सिपाही’ के दावे से महाराष्ट्र में हलचल

महाराष्ट्र की महाविकास में अब टूट के आसार नजर आ रहे हैं। शिवसेना नेता चंद्रकांत खैरे ने दावा किया है कि कांग्रेस के 22 विधायक बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस के संपर्क में हैं। शिंदे सेना के विधायक शाहजी बापू पाटील ने दावा किया है कि एनसीपी के 12 नेताओं ने पार्टी छोड़ दी है।

कांग्रेस के 22 MLA जाएंगे देवेंद्र फडणवीस के साथ? उद्धव ठाकरे के सिपाही के दावे से महाराष्ट्र में हलचल
कांग्रेस के 22 MLA जाएंगे देवेंद्र फडणवीस के साथ? उद्धव ठाकरे के ‘सिपाही’ के दावे से महाराष्ट्र में हलचल

मुंबई: उद्धव ठाकरे (Maharashtra) की शिवसेना टूटने के बाद अब एनसीपी (NCP) और कांग्रेस (Congress) का गठजोड़ टूटने की अटकलें लगाई जा रही हैं। उद्धव सेना के पूर्व सांसद चंद्रकांत खैरे (Chandrakant Khaire) ने कांग्रेस को आगाह करते हुए कहा कि उनकी पार्टी के 22 विधायक देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) के साथ हैं, जबकि शिंदे सेना के विधायक शाहजी बापू पाटील ने दावा किया है कि एनसीपी के 12 नेताओं ने पार्टी छोड़ दी है, अब बस उनका ऐलान भर होना बाकी है। खैरे और शाहजी के बयानों के बाद कांग्रेस और एनसीपी ने भी हमला बोला है।औरंगाबाद के शिवसेना (Shivsena) नेता चंद्रकांत खैरे के बयान की महाराष्ट्र (Maharashtra) कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले (Nana Patole) ने जमकर खबर ली। उन्होंने कहा कि सत्ता में रहते हुए जो अपनी पार्टी को नहीं संभाल सके, वे दूसरी पार्टियों के बारे में कुछ न बोलें, यही बेहतर होगा। कांग्रेस नेता सतेज पाटील ने खैरे से माफी मांगने की मांग की और कहा कि वह ठाकरे गुट के एक सीनियर नेता हैं। ऐसा बयान उन्होंने क्यों दिया, इसका खुलासा करना चाहिए।

‘अब शिंदे-फडणवीस सरकार गिरेगी’
एनसीपी प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटील ने शिर्डी में आयोजित मंथन शिविर में कहा कि दो दिनों में शिंदे-फडणवीस सरकार गिर जाएगी। पिछली बार शिर्डी में हुए कांग्रेस अधिवेशन के बाद महाविकास आघाडी सरकार गिर गई थी। यानी जब भी शिर्डी में किसी पार्टी का अधिवेशन होता है, तो वर्तमान सरकार गिर जाती है। अब शिंदे-फडणवीस सरकार गिरेगी।
कांग्रेस-एनसीपी के नेता संपर्क में: महाजन
महाराष्ट्र सरकार में मंत्री गिरीश महाजन ने अपने नांदेड़ दौरे में कहा कि कांग्रेस और एनसीपी के कई सारे नेता उनके संपर्क में हैं। वे बड़े नेता सिर्फ यहां के ही नहीं हैं और भी जगह के हैं। कांग्रेस, एनसीपी समेत दूसरे दलों के नेताओं को अपना भविष्य अंधकारमय दिखाई दे रहा है। उन्होंने कहा कि शिवसेना को ही लें, उनके सदस्य गए, पार्टी का नाम गया, चुनाव चिह्न गया। अब उस पार्टी में रह क्या गया।