#BoycottBollwood जारी रहेगा? नाराज फैंस ने Rajamouli से की Brahmastra का प्रचार न करने की अपील

जैसे-जैसे रणबीर कपूर और आलिया भट्ट-स्टारर फिल्म ‘ब्रह्मास्त्र’ की रिलीज़ डेट करीब आ रही हैं, वैसे-वैसे इसे Boycott करने की आवाज भी तेज होती जा रही है. हाल ही में बाहुबली जैसी ब्लॉकबस्टर फिल्म बनाने वाले मशूहर निर्देशक एसएस राजामौली ‘ब्रह्मास्त्र’ का प्रमोशन करते देखे गए. हैदराबाद में एक कार्यक्रम के दौरान वह फिल्म का प्रचार करते हुए वो मीडिया के कैमरों में कैद हुए. उन्होंने ‘ब्रह्मास्त्र’ को बेहतरीन फिल्म बताया.

Fans Request SS Rajamouli To Not Promote Alia Bhatt-Ranbir Kapoor Film, Trend #BoycottBrahmastra

राजामौली के कुछ फैन्स को यह पसंद नहीं आया कि वो ‘ब्रह्मास्त्र’ के प्रमोशन में जुटे हुए हैं. शायद यही कारण रहा कि फैन्स अब राजामौली से फिल्म का प्रमोशन न करने की गुजारिश कर रहे हैं.

राजमौली ने अपने एक ट्वीट में लिखा, “ब्रह्मास्त्र भारतीय सिनेमा में अपनी तरह की एक फिल्म है. पिछले 9 वर्षों से #ब्रह्मास्त्र के साथ यात्रा करने के बाद, अयान आखिरकार 9 सितंबर को इसे बड़े पर्दे पर ला रहे हैं”.

एक फैन ने टिप्पणी करते हुए लिखा, “कृपया बुलीवुड का दमन न करें. आपने एक अच्छा नाम कमाया है इसलिए बुलीवुड के साथ जुड़कर इसे बर्बाद न करें. #BoycottBollwood जारी रहेगा .. और #BoycottBramhastra भी. एक अन्य ट्विटर यूजर ने लिखा, “हमें राजामौली की फिल्में पसंद हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हम @karanjohar के इस बैक डोर स्टंट के शिकार हो जाएंगे”.

इसी क्रम में एक तीसरे यूजर ने लिखा, “क्षमा करें, लेकिन हम “बिग बीफ गाय” अभिनीत फिल्म का समर्थन नहीं करेंगे, जो महाप्रभु जगन्नाथ और उनके सह-कलाकार का मजाक उड़ाते हैं, जिनका पूरा परिवार हिंदू विरोधी और भारत विरोधी रहा है, यह शर्म की बात है कि आप ऐसी फिल्म से जुड़े हैं. फिल्म का नाम केवल हिंदुओं को बेवकूफ बनाने और उन्हें लुभाने के लिए बदला गया है.”

एसएस राजामौली ने बताया कि वो करण जौहर-प्रोडक्शन का समर्थन क्यों कर रहे हैं. उन्होंने कहा, “मैंने ब्रह्मास्त्र के लिए इतना कुछ नहीं किया है. ब्रह्मास्त्र से जुड़ने का असली कारण अयान मुखर्जी की कहानी और दृष्टि थी. जब मैं देखता हूं एक अच्छा प्रोडक्ट आ रहा है, मुझे लगता है कि मुझे इसके लिए कुछ करना चाहिए”.

उन्होंने आगे कहा, “दुनिया भर में सभ्यताओं का निर्माण नदियों के किनारे पर हुआ था. हमने बाहुबली और केजीएफ जैसी फिल्मों के साथ दक्षिण से उत्तर की ओर बढ़ना शुरू किया. मुझे आशा है कि प्यार की हवा उत्तर से दक्षिण की ओर बहेगी. हम एक देश हैं और हमें भारतीय फिल्में बनानी हैं, भाषा की फिल्में नहीं.”