मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने युद्धग्रस्त यूके्रन से स्वदेश लाए गए राज्य के विद्यार्थियों से शिमला से वर्चुअल माध्यम से बातचीत में कहा कि केंद्र सरकार और राज्य सरकार विद्यार्थियों के भविष्य के प्रति चिंतित हैं और सरकार यह सुनिश्चित करने का प्रयास करेगी कि विद्यार्थियों का करियर प्रभावित न हो। यूके्रन से लौटे छात्रों की डिग्री पूरी करवाई जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के सभी विद्यार्थियों और अन्य लोगों को यूके्रन से सुरक्षित वापस लाया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों की सुरक्षा और उनकी सुरक्षित वापसी के लिए संवेदनशीलता के साथ हरसंभव प्रयास किया है। राज्य सरकार ने भी प्रभावी ढंग से इस मामले को केंद्र सरकार के समक्ष रखा है।
दिल्ली तथा मुंबई पहुंचने के उपरांत राज्य सरकार की ओर से राज्य के लोगों को उनके घर पहुंचाने की समुचित व्यवस्था की गई। उधर, यूक्रेन में फंसे विद्यार्थियों की समस्या के प्रति अत्यधिक संवेदनशील रवैया अपनाने के लिए विद्यार्थियों ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की प्रशंसा की। अधिकांश विद्यार्थियों ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा विदेशों में बनाई गई भारत की सशक्त छवि पर उन्हें गर्व महसूस होता हैं। सभी विद्यार्थियों ने पड़ोसी देशों में कार्यरत भारतीय दूतावास के कर्मचारियों की प्रशंसा की। इस वीडियो कान्फ्रेंसिंग के दौरान शिमला में मुख्यमंत्री के साथ विधायक विनोद कुमार और जेआर कटवाल, महासचिव बाल कल्याण परिषद पायल वैद्य भी उपस्थित थीं।