भारतीय मूल के ऋषि सुनक (Rishi Sunak) जो अब ब्रिटेन (Britain) के प्रधानमंत्री हैं, उन्होंने 10 डाउनिंग स्ट्रीट पर दिये लगाकर दिवाली मनाई। सुनक ने सिर्फ 45 दिन पीएम रहीं लिज ट्रस (Liz Truss) की जगह ली है। इससे पहले सुनक जब वित्त मंत्री थे तो उन्होंने आधिकारिक निवास 11 डाउनिंग स्ट्रीट पर दिवाली मनाई थी।
लंदन: भारतीय मूल के ऋषि सुनक ब्रिटेन के पहले एशियाई और हिंदू प्रधानमंत्री बन गए है। दो साल पहले जब वह वित्त मंत्री थे तो उन्होंने दिवाली का जश्न आधिकारिक निवास 11 डाउनिंग स्ट्रीट पर मनाया था। इस बार दिवाली उनके लिए बहुत खास थी और इसका जश्न 10 डाउनिंग स्ट्रीट यानी ब्रिटिश पीएम के आधिकारिक निवास पर मनाया गया। सुनक ने यहां पर दिये जलाये और सबको दिवाली की शुभकामनाएं दीं। सुनक ने कहा कि वह एक ऐसा देश बनाएंगे जहां पर हर बच्चा दिवाली मनायेगा।
सुनक का दिवाली गिफ्ट
लिज ट्रस के बाद 10 डाउनिंग स्ट्रीट पहुंचे सुनक ने बुधवार रात दिवाली के कार्यक्रम में हिस्सा लिया। उन्होंने अपने सोशल मीडिया पेज पर इसकी तस्वीर भी शेयर की। सुनक ने इस मौके पर कहा, ‘आप सभी को दिवाली की शुभकामनाएं। इस पद पर रहते हुए मैं एक ऐसे ब्रिटेन के निर्माण के लिए सबकुछ करूंगा, जहां पर हमारे बच्चे और पोते-पोतियां दिया जला सकें।’ सुनक ने तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, ’10 नंबर में आज दिवाली कार्यक्रम में आकर बड़ा अच्छा लगा।’ भारत समेत दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में जब दिवाली का जश्न जारी था और दीपक जलाये जा रहे थे, उसी समय सुनक के पीएम बनने की खबर आई।
दो साल पहले मनाई दिवाली
दो साल पहले जब सुनक एक चासंलर थे तो उन्होंने अपने आधिकारिक निवास 11 डाउनिंग स्ट्रीट के दरवाजे पर दीये लगाए थे। यह वह समय था जब कोविड-19 के प्रतिबंध जारी थे। पीएम बनते ही सुनक की वह फोटोग्राफ वायरल होने लगी। सुनक ने उस समय कहा था, ‘यह मेरे लिए गर्व की बात है कि मुझे दिवाली पर डाउनिंग स्ट्रीट के दरवाजे पर दीपक लगाने का मौका मिला।’ भारतीय मूल के ऋषि सुनक ब्रिटेन के पहले एशियाई और हिंदू प्रधानमंत्री बन गए है। दिवाली के मौके पर सुनक को कंजर्वेटिव पार्टी का नेता चुना गया।
पहले अश्वेत पीएम
सुनक को खुद को हिंदू होने पर गर्व है। उन्होंने एक बार इंटरव्यू में कहा था, ‘मेरा धर्म मुझे ताकत देता है। यह मुझे एक मकसद देता है कि कैसे जिंदगी जीनी है। आज मैं जो कुछ हूं, यह उसका हिस्सा है।’ साल 2017 में जब उन्होंने आम चुनावों में जीत हासिल की तो भगवद गीता पर हाथ रखकर सांसद होने की शपथ ली थी। यूके में यूं तो पीएम की कैबिनेट में कई एशियाई रहे लेकिन यह पहली बार है जब किसी अश्वेत शख्स को देश का प्रधानमंत्री चुना गया है।