क्या पश्चिम एशिया में भारत के लिए ‘टर्निग प्वाइंट’ साबित होगा ‘QUAD’ का पहला सम्मेलन, आज मोदी-बाइडन करेंगे संबोधित

नई दिल्ली. पश्चिम एशिया में भारत के संबंधों के लिहाज से टर्निग प्वाइंट साबित होने वाले I2U2 ग्रुप के पहले सम्मेलन को आज प्रधानमंत्री मोदी, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, UAE के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायेद अल नाहयान और इजराइल के प्रधानमंत्री येर लापिद संबोधित करेंगे. चारों नेता I2U2 की दिशा पहले सम्मलेन से तय करेंगे.

I2U2 ग्रुप के पहले सम्मेलन को आज प्रधानमंत्री मोदी संबोधित करेंगे.

दरअसल भारत के लिए I2U2 पश्चिम एशिया में नीति को लेकर एक टर्निंग प्वाइंट साबित होगा. मध्य एशिया के मामले में भारत की नीति अब द्विपक्षीय संबंधों से हटकर एकीकृत तौर पर क्षेत्रीय होगी. चार देशों के बीच नए मंच को भारत, इजराइल और यूएई के बीच इंडो-अब्राहमिक संधि के तौर पर देखा जा सकता है. जिसका मकसद था कि भारत भी अब्राहम संधि की वजह से इज़राइल और अरब देशों के बीच सामान्य संबंधों का फायदा ले सके.

इसके अलावा अमेरिका के शामिल होने से भारत की मध्य एशिया में उपस्थिति को एक और नया आयाम मिलेगा. नई व्यवस्था से मध्य एशिया में चीन के बढ़ते प्रभाव को भी साधने में भारत को मदद मिलेगी. अमेरिकी प्रशासन की तरफ से “I2-U2” के नाम से पश्चिम एशिया क्वाड को संबोधित किया जाता है. QUAD की तर्ज पर नए फोरम का मकसद इंफ्रास्ट्रक्चर समेत दूसरे क्षेत्रों पर फोकस करना है. आर्थिक सहयोग के लिये चारों देशो के बीच अंतरराष्ट्रीय फोरम के माध्यम से इंफ्रास्ट्रक्चर, डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर, परिवहन, समुद्री सुरक्षा पर फोकस किया जाएगा. I2U2 का मकसद 6 क्षेत्रों में चारों देशों के बीच निवेश बढ़ाना है. साथ ही जल, ऊर्जा, परिवहन, स्पेस, स्वास्थ्य और खाद्य सुरक्षा पर चर्चा होगी. चारों देशों के नेता ज्वाइंट प्रोजेक्ट पर भी करेंगे चर्चा. विदेश मंत्रालय ने जानकारी देते हुए बताया है कि पीएम मोदी आज I2U2 की वर्चुअल समिट में हिस्सा लेंगे.

जानिए क्या है I2U2 ?
I2U2 का अर्थ I2 भारत और इजराइल के लिए, जबकि U2 यूएसए और यूएई के लिए है. I2U2 चार देशों का एक समूह है, जो भारत, इजराइल, यूएसए और यूएई है. एक नया वैश्विक मानक बनाने के लिए ये चार राष्ट्र खाद्य सुरक्षा और रक्षा पर ध्यान केंद्रित करेंगे. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बैठक के बाद जारी होने वाले संयुक्त बयान पर नजर रहेगी
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