क्या गांधी फैमिली के रिमोट कंट्रोल से चलेगा नया कांग्रेस अध्यक्ष? राहुल गांधी ने थरूर-खरगे के लिए कही बड़ी बात

Rahul Gandhi Latest Statement On Congress President Election : ‘कांग्रेस का नया अध्यक्ष जो भी हो, वह चलेगा तो गांधी परिवार के रिमोट कंट्रोल से ही’, इस धारणा को लेकर राहुल गांधी से प्रतिक्रिया मांगी गई तो उन्होंने इसे सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि दोनों ही उम्मीदवार ऐसे हैं जिन्हें रिमोट कंट्रोल से नहीं चलाया जा सकता है।

नई दिल्ली: दिग्विजय सिंह जैसे कद्दावर समेत कई कांग्रेस नेता ऐसे इशारे कर चुके हैं कि पार्टी का जो भी अगला अध्यक्ष चुना जाएगा, वह गांधी परिवार (सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी) के अधीन ही काम करेगा। पार्टी पर गांधी परिवार की पकड़ को देखते हुए भी आम तौर पर यही अनुमान लगाया जाता रहा है। यह सवाल पहली बार राहुल गांधी से भी पूछ लिया गया। उनसे पूछा गया कि क्या अगले कांग्रेस अध्यक्ष गांधी परिवार का प्रॉक्सी होंगे? राहुल ने जवाब में इसे अंदेशे को सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने दलील दी कि कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने वाले दोनों नेताओं, मल्लिकार्जुन खरगे और शशि थरूर का खुद का कद इतना बड़ा है कि उन्हें कोई गाइड नहीं कर सकता। राहुल ने कहा कि दोनों नेता समझ की स्तर पर बहुत सुदृढ़ हैं, इसलिए उन्हें रिमोट कंट्रोल से नहीं चलाया जा सकता है।

किसी ने नाम वापस नहीं लिया, अब होगी वोटिंग

ध्यान रहे कि शनिवार को नामांकन वापसी की अंतिम तिथि थी। चूंकि किसी ने नामांकन वापस नहीं लिया। इससे तय हो गया कि अब एक सप्ताह तक जोरदार प्रचार अभियान चलेगा और फिर 17 अक्टूबर को वोटिंग होगी। अगर शनिवार को खरगे या थरूर में किसी एक ने नाम वापस ले लिया होता तो एक की निर्विरोध जीत का रास्ता साफ हो गया होता और फिर प्रचार अभियान, वोटिंग और काउंटिंग की प्रक्रिया की जरूरत ही नहीं पड़ती। ऐसा अनुमान जताया जा रहा था कि चूंकि खरगे गांधी परिवार के विश्वासपात्र हैं और उन्हें उन्हीं की तरफ से चुनाव मैदान में उतारा गया है, इसलिए थरूर दावेदारी से हट जाएंगे।

‘रिमोट कंट्रोल’ पर राहुल ने रखे विचार

बहरहाल, कर्नाटक में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान राहुल गांधी ने शनिवार को कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष पद चुनाव के दोनों उम्मीदवार तगड़े हैं। उन्होंने उन दावों को सिरे से नकार दिया कि खरगे ही मौजूदा कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के उत्तराधिकारी होने जा रहे हैं। नए पार्टी अध्यक्ष फर्स्ट फैमिली (गांधी फैमिली) के रिमोट कंट्रोल से संचालित होंगे, इस धारणा को लेकर राहुल से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, ‘दोनों लोगों काफी कद्दावर हैं, उनके पास अपना-अपना नजरिया है, उनकी अपनी समझ है। इसलिए ऐसी धारणा निश्चित रूप से दोनों के लिए अपमानजनक है।’

क्या राहुल गांधी सच कह रह रहे हैं?

राहुल गांधी ने तमाम कोशिशों के बावजूद कांग्रेस अध्यक्ष बनने से इनकार कर दिया, इस कारण पार्टी में चुनाव की नौबत आई है। राहुल गांधी ने 2019 के लोकसभा चुनाव के बाद अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया और तब से इश शर्त पर अड़े रहे कि नया अध्यक्ष उनके परिवार से बाहर का हो। हालांकि, विरोधी दलों के साथ-साथ कई कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर अध्यक्ष नहीं रहकर भी महत्वपूर्ण निर्णय लेने या उन्हें प्रभावित करने का आरोप लगाते रहे हैं। गुलाम नबी आजाद जैसे दिग्गज कद्दावर और जयवीर शेरगिल जैसे युवा नेताओं ने इन्हीं आरोपों के साथ कांग्रेस पार्टी से विदाई भी ले ली।