हाथ जोड़ ललन सिंह ने अमित शाह को घेरा या नीतीश कुमार को नासमझ बता दिया, आप ही तय कीजिए

पूर्णिया की सभा में अमित शाह ने ललन सिंह को नया-नया नेता बताकर तंज कसा था। जब इस बात को अमित शाह बोल रहे थे तो एक अजीब तरह की उनके चेहरे पर मुस्कुराहट भी थी। अमित शाह के तंज से ललन सिंह तिलमिला गए हैं। जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष पिछले 24 घंटे से अब तक कई दफे गृह मंत्री अमित शाह पर हमला कर चुके हैं। अब उन्होंने हाथ जोड़े 2 मिनट 19 सेकेंड का एक वीडियो ट्वीट किया है।

पटना : जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह का नाम लेकर अमित शाह ने पूर्णिया की सभा में तंज कसा था। लालू यादव के खिलाफ चारा घोटाले को उजागर करनेवालों में ललन सिंह का भी नाम है। लालू यादव को लेकर ललन सिंह विरोध करते रहते हैं। लालू यादव और राबड़ी देवी भी ललन सिंह के खिलाफ बयान देते रहे हैं। मगर फिलहाल लालू परिवार के साथ ललन सिंह सरकार के हिस्सा है। वो जिस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं, उसके मुखिया नीतीश कुमार आरजेडी के समर्थन से मुख्यमंत्री हैं। मगर अमित शाह की बातों का जवाब देने आए ललन सिंह पूरे वीडियो में हाथ जोड़े बैठे रहे।

हाथ जोड़कर धोखा गिनाते रहे ललन सिंह
दो मिनट 19 सेकेंड के वीडियो में ललन सिंह ने अमित शाह पर हमला बोला। साथ ही नीतीश और तेजस्वी का बचाव किया। मगर पूरे वीडियो में ललन सिंह हाथ जोड़े हुए हैं। उन्होंने कहा कि ‘माननीय श्री अमित शाह जी आपने कल पूर्णिया के रैली में कहा कि नीतीश कुमार जी ने आपके साथ धोखा किया। नीतीश कुमार जी ने आपके साथ विश्वासघात किया…नहीं। गलत। सफेद झूठ। नीतीश कुमार जी ने आपके साथ धोखा नहीं किया। आपने नीतीश कुमार जी के साथ धोखा किया और नीतीश कुमार जी के खिलाफ षड्यंत्र किया। उस षड्यंत्र के सूत्रधार आप रहे। सारा षड्यंत्र आपके देखरेख में बना।’

नीतीश के साथ तेजस्वी यादव का भी बचाव
ललन सिंह ने आईआरसीटीसी मामले का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि ‘2017 में जब नीतीश कुमार जी महागठबंधन में थे तो महागठबंधन से उनको अलग करने के लिए आपने आईआरसीटीसी का मामला उछाला। नीतीश कुमार जी अलग हट गए। भूल हुई। आपके षड्यंत्र में चले गए। लेकिन आईआरसीटीसी में 2017 के बाद से 2022 तक क्या हुआ? कुछ नहीं हुआ। इसलिए कि कुछ था ही नहीं। 2022 में जब फिर से महागठबंधन बन गया तो अभी आपलोगों ने सीबीआई के तरफ से एक आवेदन डलवाया। समाचार पत्रों में देखा मैंने। श्री तेजस्वी यादव जी का जमानत रद्द किया जाए। क्यों सीबीआई की विश्वसनियता समाप्त करना चाहते हैं? क्यों सीबीआई को पालतू तोता बनाकर रखना चाहते हैं? सीबीआई की विश्वसनियता समाप्त हो गई है।’


बिना नाम लिए ललन सिंह का एलजेपी पर हमला

बिना एलजेपी का नाम लिए ललन सिंह ने कहा का नीतीश कुमार को कमजोर करने की साजिश रची गई। उन्होंने बताया कि ‘आपलोगों के कारनामों के कारण, 2022 में नीतीश कुमार जी को कमजोर करने के लिए, नीतीश कुमार जी का जो प्रभाव था उसको कम दिखाने के लिए, आपने षड्यंत्र किया। एक क्षेत्रीय दल को आपने खड़ा किया। भारतीय जनता पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को, उस क्षेत्रीय दल के उम्मीदवार के साथ लगा दिय गया। भारतीय जनता पार्टी के नेता और कार्यकर्ता उस क्षेत्रीय दल के उम्मीदवार बने। सबके पीछे आप थे।’

अमित शाह ने ललन सिंह को बताया था नया नेता

दरअसल, अमित शाह ने पूर्णिया में कहा था कि ‘एक नए-नए नेता बने हैं ललन सिंह, भैया चारा घोटाले की बूम लगाते थे…अब क्या करोगे…चारा घोटाले करनेवाले तो आपके यहां मंत्री बन गए। क्या पूछोगे उनको…कैसे पकड़ोगे…और मंत्री बनते ही लालू के दबाव में सीबीआई पर बैन लगाने की सोच रहे हैं। नीतीश जी एक जमाना था, आपने सीबीआई के लिए पीटिशन दर्ज करवाई थी।’