पूर्व पाक स्पिनर ने कहा कि पाकिस्तान को बीसीसीआई के फैसले का बुरा नहीं मानना चाहिए
नई दिल्ली. पाकिस्तान के पूर्व स्पिनर दानिश कनेरिया का मानना है कि एशिया कप 2023 के लिए पाकिस्तान की यात्रा नहीं करने के भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के फैसले के बारे में पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ज्यादा कुछ नहीं कर सकता है. बीसीसीआई सचिव जय शाह ने घोषणा की है कि बहुराष्ट्रीय टूर्नामेंट को पाकिस्तान में नहीं खेला जाएगा. उसे किसी तटस्थ स्थान पर स्थानांतरित कर दिया जाएगा. जय शाह, जो एशियाई क्रिकेट परिषद के अध्यक्ष भी हैं, ने सुझाव दिया कि यह भारत सरकार का निर्णय होगा कि क्या ‘मेन इन ब्लू’ भविष्य में क्रिकेट खेलने के लिए पाकिस्तान की यात्रा करेगा या नहीं.
जय शाह ने मुंबई में बीसीसीआई की 91वीं एजीएम बैठक के बाद एशिया कप 2023 को लेकर टिप्पणी की थी, जहां रोजर बिन्नी को सौरव गांगुली से कार्यभार संभालने के लिए बोर्ड अध्यक्ष नामित किया गया था. अनुभवी स्पिनर ने सुझाव दिया है कि बीसीसीआई दुनिया का सबसे अमीर बोर्ड है और अन्य टीम के शासी निकाय भारत का समर्थन करते हैं. ऐसे में पाकिस्तान इसके बारे में ज्यादा कुछ नहीं कर सकता है.
दानिश कनेरिया ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, ”बीसीसीआई बहुत अच्छा कर सकता था. पीसीबी कोई आपत्ति नहीं ले सकता, क्योंकि बीसीसीआई दुनिया का सबसे अमीर बोर्ड है और अन्य सभी बोर्डों को उनसे सहमत होना ही होगा. इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका और न्यूजीलैंड, ये सभी बोर्ड बीसीसीआई के साथ हैं क्योंकि वे जानते हैं कि बीसीसीआई के बिना कुछ भी नहीं है.”
दोनों टीमों ने पिछले कुछ वर्षों में भारत और पाकिस्तान के बीच राजनीतिक तनाव के कारण एक-दूसरे के खिलाफ द्विपक्षीय सीरीज नहीं खेली है और वे अक्सर आईसीसी आयोजनों या एशिया कप मैचों में एक-दूसरे का सामना करते हैं. कनेरिया को लगता है कि पीसीबी को भारत के फैसले के बारे में बुरा नहीं मानना चाहिए, क्योंकि उन्होंने इसे राष्ट्रों के बीच राजनीतिक मुद्दों के कारण लिया है.
कनेरिया ने कहा, ”भारतीय बोर्ड बहुत, बहुत शक्तिशाली है, जबकि पाकिस्तानी बोर्ड काफी कमजोर है. बीसीसीआई जो कहता है, उससे उन्हें सहमत होना पड़ेगा, और बुरा महसूस करने की कोई जरूरत नहीं है, क्योंकि यह दोनों देशों के बीच राजनीतिक परिदृश्य के कारण है.”
उन्होंने आगे सुझाव दिया कि दोनों टीमों के अधिकारी एक तटस्थ स्थान पर मामले पर चर्चा करने के लिए एक बैठक की व्यवस्था कर सकते हैं. कनेरिया ने कहा, ”बीसीसीआई और पीसीबी के अधिकारियों को तटस्थ स्थान पर बैठक की व्यवस्था करनी चाहिए. वे दुबई में आईसीसी के लोगों की मौजूदगी में ऐसा कर सकते हैं. दोनों बोर्डों को राजनायिकों से मिलकर अपनी-अपनी कोर टीमों का निर्माण करना चाहिए.”