महिला ने प्रलय से बचने के लिए 15 लाख खर्च कर बनाया बंकर, जमा किया 25 साल के लिए खाना और हथियार

मौत का डर सबको लगता है. हर इंसान अपनी तरफ से यही चाहता है कि वह कुछ भी ऐसा न करे जिससे कि मौत उसके नजदीक आए. हां, लेकिन दुनिया के विनाश के बारे में सोच कर इंसान बेबस हो जाता है. जब प्रलय दुनिया को निगल रही होगी तब भला एक इंसान क्या ही कर पाएगा? लेकिन अमेरिका की एक महिला ने दुनिया के विनाश से निपट कर अपनी जान बचाने का पूरा जुगाड़ सेट कर रखा है.

11 साल में तैयार किया बंकर 

दुनिया आज से बहुत सालों पहले भी विश्व युद्ध के परिणाम देख चुकी है. सोचिए तब स्थिति इतनी भयावह थी तो आज जब दुनिया के कई देशों के पास परमाणु शक्तियां हैं, ऐसे माहौल में अगर तीसरा विश्व युद्ध छिड़ा तो क्या होगा? तब तो दुनिया की तबाही लगभग निश्चित है. हालांकि ऐसा कब होगा, और होगा भी या नहीं, ये कहा नहीं जा सकता मगर अमेरिका की एक महिला पिछले 11 साल इस तैयारी में लगी हुई है कि अगर दुनिया के विनाश की स्थिति बन गई तो वह अपनी जान कैसे बचाएगी. 

जमा किया 25 साल का खान 

दुनिया के विनाश के समय खुद को बचाने के लिए इस महिला ने लाखों रुपये खर्च कर अपने ही घर में एक बंकर बनवा लिया है. सिर्फ इतना ही नहीं बल्कि इस महिला ने उस बनकर में खुद को जिंदा रखने के लिए कई सालों का राशन भी जमा कर लिया है. ये कारनामा अंजाम दिया है 38 वर्षीय रोवन मैकेंजी नामक महिला ने. रोवन को डर है कि आने वाले दिनों में धरती खत्म हो जाएगी. 

अपने इसी डर के कारण उसने अपने घर में अंडरग्राउंड बंकर बनवा कर इसमें पूरे 25 साल तक के लिए खाने का राशन जमा कर लिया है. इतने इंतजाम करने के बाद रोवन को इस बात का पूरा यकीन हो गया है कि अगर धरती का विनाश हुआ तो वह जरूर बच जाएगी.

मिरर की रिपोर्ट के अनुसार रोवन ने अपने घर के बंकर में ज्यादा दिनों तक टिक पाने वाली खाद्य सामग्री जमा की है. जिससे कि उन्हें खाना खराब होने की चिंता न रहे. आपको ये जानकर आश्चर्य होगा कि महिला ने बंकर में खाने के सामन के अलावा कुछ हथियार भी जमा कर रखे हैं. जिससे कि खतरे के समय वो इन हथियारों का इस्तेमाल कर सकें. 

बंकर पर खर्च किये 15 लाख 

मिरर के मुताबिक रोवन ने इस बंकर को बनवाने में करीब 8 लाख रुपये खर्च किए हैं. इसके अलावा महिला ने बंकर में जमा की गई खाद्य सामग्री पर करीब 7 लाख रुपये खर्च किए हैं. इस तरह रोवन ने खुद को दुनिया के विनाश से बचाने के लिए कुल मिलाकर करीब 15 लाख रुपये खर्च किए हैं.

रोवन खुद को सही मानती हैं लेकिन वहीं लोग उनकी ऐसी करकतें देख कर उन्हें पागल समझते हैं. वह कहती हैं कि लोग उन्हें पागल और सनकी समझते हैं. हालांकि उन्हें लोगों की इस प्रतिक्रिया से कोई फर्क नहीं पड़ता. वह दूसरों को भी ऐसा ही कुछ करने की सलाह देती हैं. रोवन मानती हैं कि इंसान को हर तरह की परिस्थिति के लिए पहले से ही तैयार रहना चाहिए और बुरे हालात से बचने के लिए योजनाएं बना लेनी चाहिए. जिससे कि उस समय दिक्कत न हो.