महिला की जलकर हुई मौत, आग बुझाने में पति भी झुलसा, परिजनों ने आत्महत्या की थ्योरी पर उठाए सवाल

देहरा. हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिला में स्थित हरिपुर पुलिस थाना क्षेत्र में पड़ने वाले धार पंचायत में एक विवाहिता की जलने से मौत का मामला सामने आया है. इस दौरान कथित रूप से आग बुझाने के चक्कर में उसका पति भी झुलस गया. हालांकि महिला के मायका पक्ष ने हत्या का इल्जाम लगाते हुए कहा कि उनकी बेटी आत्महत्या नहीं कर सकती है. उनका आरोप है कि महिला के ससुरालवालों ने बहुत सी बातें छुपाई, जिससे कुछ संदेह पैदा हो रहा है.

मृतका के परिवारवालों ने उसके ससुराल में हंगामा भी किया और यही मांग करते रहे कि रजिता के पति को उनके सामने लाया जाए. माहौल बिगड़ने की आशंका के चलते मौके पर काफी संख्या में पुलिस बल तैनात है. देहरा का अतिरिक्त कार्यभार देख रहे डीएसपी ज्वालामुखी चंद्रपाल सिंह और एसएचओ नाजर सिंह भी मौके पर मौजूद थे. पुलिस की मौजदूगी में विवाहिता का अंतिम संस्कार कर दिया गया.

95% जल गई थी महिला
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, धार पंचायत में मुनीष कुमार की पत्नी 25 वर्षीय रजिता उर्फ रोजी ने कथित रूप से खुद को आग लगा ली. उसे उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज टांडा ले जाया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया. बताया जाता है कि वह 95 फीसदी तक जल चुकी थी.

वहीं पुलिस के मुताबिक, प्रारंभिक जांच में पता चला है कि वीरवार रात को रजिता की अपने पति मुनीष के साथ किसी बात को लेकर बहस हो गई. परिजन बीचबचाव करते हुए मुनीष को ग्राउंड फ्लोर में ले आए और रजिता ऊपरी मंजिल पर चली गई. वहां पर रजिता ने मिट्टी का तेल छिड़ककर खुद को आग लगा ली. थोड़ी देर बाद रजिता के चिल्लाने की आवाज सुनकर और ऊपरी मंजिल से धुआं उठता देख उसका पति मुनीष कुमार और अन्य लोग ऊपरी मंजिल पर गए, जहां देखा तो रजिता को आग लगी थी.

आग बुझाने में झुलसा पति!
पुलिस के मुताबिक, रजिता के पति ने आग बुझाने की कोशिश की, जिससे वह भी मामूली रूप से झुलस गया है. उसका उपचार हरिपुर अस्पताल में करवाया गया. पुलिस को कमरे से मिट्टी के तेल का बर्तन भी मिला है. साथ ही विवाहिता के कपड़ों और कमरे में भी मिट्टी के तेल की महक आ रही थी. फॉरेंसिक टीम ने भी मौके पर पहुंचकर जांच की है. अब पुलिस की जांच, फॉरेंसिक और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मामले के बारे में पूरी स्थिति स्पष्ट हो सकती है.

डीएसपी चंद्रपाल सिंह ने बताया कि प्रारंभिक जांच में बहसबाजी के बाद खुद को आग लगाने की बात सामने आई है. रजिता का पति भी आग बुझाते झुलसा है, जिसका हरिपुर अस्पताल में उपचार करवाया गया. फॉरेंसिक टीम ने भी मौके पर साक्ष्य जुटाए हैं.फॉरेंसिक और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद आगामी कार्रवाई की जाएगी.

वहीं विवाहिता की मौत पर मायका वालों ने सवाल खड़े किए हैं. रजिता के भाई भटेहड़ निवासी लीला कृष्ण ने बताया कि वह अपनी बहन से हर रोज वीडियो कॉल के जरिये बातें करता था, लेकिन वीरवार रात करीब 9 बजे जब कॉल किया तो उसका फोन बहन के पति ने उठाया और उसने बदतमीजी से बात की.

भाई ने किया फोन तो जीजा ने नहीं कराई बात
कृष्ण के मुताबिक, रजिता के पति ने उससे कहा कि वह मर गई तेरे लिए, दोबारा यहां फोन मत करना. उसके बाद वह लगातार फोन करता रहा पर किसी ने फोन नहीं उठाया. इसके बाद रजिता के ससुर को फोन किया. उन्होंने भी फोन नहीं उठाया. बार-बार फोन करने के बाद रजिता के ससुर ने एक बार फोन उठाया और कहा कि रजिता बिल्कुल ठीक है और पेट में दर्द हो रही है, इसलिए बात नहीं हो सकती. यह कह कर उन्होंने फोन रख दिया पर फोन बंद नहीं हुआ था. इसके कारण वहां पर जो भी आपस में बात हुई, वह साफ-साफ सुनाई दे रही थी. इसमें कंबल की बात कर रहे थे कि जल्दी से कंबल लाओ.

रजिता के माता-पिता सवाल उठाते हैं कि अगर उनकी लड़की 95 फीसदी जल चुकी थी तो पंचायत प्रधान से उसने बात कैसे की. अगर कोई 95 फीसदी जल गया हो तो वह बात नहीं कर सकता, जबकि वहां के पंचायत प्रधान का कहना है कि रजिता ने उनके साथ बातचीत की थी.

पीड़िता के घरवाले कहते हैं, ‘हमें एक बार भी नहीं बताया कि रजिता जलकर मर चुकी है. हमें सिर्फ यही बोलते रहे पेट में दर्द है, टांडा लेकर जा रहे हैं. रजिता के ससुराल वालों के बयान अलग-अलग सामने आए हैं. उन्होंने सबसे पहले फोन पर यह भी कहा कि सिलेंडर गैस लीक होने की वजह से लड़की को आग लगी है.’