सुशील मोदी को हत्या की धमकी का महिला क्लर्क कनेक्शन, आरोपी वकील की गिरफ्तारी के बाद बड़ा खुलासा

Sushil Kumar Modi : पटना पुलिस ने बीते महीने बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी को मिली हत्या की धमकी का खुलासा करने का दावा किया है। पुलिस के मुताबिक, कोर्ट की महिला क्लर्क को फंसाने के लिए एक वकील ने उसके नाम से सुशील मोदी को धमकी भरा पत्र लिखा था।

Sushil Kumar Modi
सुशील कुमार मोदी (फाइल फोटो)

पटना: बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी को पिछले महीने सितंबर में मिली जान से मारने की धमकी का पटना पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पटना पुलिस ने इस मामले में पश्चिम बंगाल के वर्धमान जिले के एक वकील को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार वकील का नाम सुदिप्तो राय है। पुलिस के मुताबिक, सुदिप्तो ने ही सुशील मोदी को धमकी वाला खत भेजा था।

पटना पुलिस ने शनिवार को बताया कि सुशील मोदी को जान से मारने की धमकी देने के मामले में सुदिप्तो कुमार राय को गिरफ्तार किया है। सुदिप्तो राय पेशे से वकील है। पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तार सुदिप्तो, दूसरों के नाम से धमकी भरे पत्र लिखने के लिए कुख्यात है। सुदिप्तो उन लोगों के नाम से दूसरों को धमकी देता है, जिनके साथ उसके मतभेद चल रहे हैं। सुदिप्तो ऐसा अपने ‘दुश्मनों’ को फंसाने के लिए करता है। ऐसे ही मामले में सुदिप्तो जेल भी जा चुका है।
सितंबर में सुशील मोदी को मिली थी जान से मारने की धमकी
बीते महीने 22 सितंबर को सुशील मोदी को स्पीड पोस्ट से एक खत मिला था। इसमें उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई थी। पत्र अंग्रेजी में लिखा गया था और चंपा सोम के नाम पर हस्ताक्षर किए गए थे। उसी दिन पटना के कदमकुआं थाने में मामला दर्ज कराया गया था। इस मामले की जांच के लिए संतोष कुमार को नियुक्त किया गया। मामले की जांच के लिए संतोष कुमार पश्चिम बंगाल के वर्धमान में उस पते पर पहुंचे जहां से धमकी भरा पत्र आया था।

फंसाने के लिए चंपा सोम के नाम से सुदिप्तो ने भेजा था खत: पुलिस
मामले की जांच में पश्चिम बंगाल की स्थानीय पुलिस ने बिहार पुलिस से जवान संतोष कुमार का सहयोग किया। जांच में पता चला कि चंपा सोम नाम की महिला स्थानीय कोर्ट में क्लर्क है। जब उससे पूछताछ की गई तो उसने बताया कि उसे अंग्रेजी नहीं आती है और ना ही वो किसी सुशील मोदी को जानती है। पूछताछ में चंपा सोम ने बताया कि उसका सितंबर में वकील सुदिप्तो कुमार राय से विवाद हुआ था। इसी के चलते सुदिप्तो ने उसे फंसाने के लिए उसके नाम से धमकी भरा पत्र भेजा था। चंपा सोम ने बताया कि उन्हें अंग्रेजी लिखना और पढ़ना भी नहीं आता। यहां तक कि वो हस्ताक्षर भी बंग्ला में करती हैं। पुलिस ने चंपा सोम के बयान को लिखकर साइन कराया और फिर सुदिप्तो राय को गिरफ्तार कर लिया।