नोएडा में IVF ट्रीटमेंट कराने गई महिला की मौत, जांच में फर्ज़ी निकली डॉक्टर की MBBS डिग्री

बदलते समय के साथ और विभिन्न कारणों की वजह से IVF की मांग भी बढ़ रही है. और अब इसे लोगों ने बिज़नेस का, कमाई करने का ज़रिया बना लिया है. थोड़े से पैसों के लिए कुछ लोग कई ज़िन्दगियों से खेल रहे हैं. ऐसी ही एक दुखद कहानी ग्रेटर नोएडा से सामने आई है. यहां एक फर्ज़ी IVF डॉक्टर की वजह से एक महिला की मौत हो गई. जांच के बाद पुलिस को पता चला कि महिला जिस जगह से IVF करवा रही थी वहां के डॉक्टर की MBBS डिग्री फ़र्ज़ी थी.

वसुंधरा की रहने वाली 34 वर्षीय ललिता रावत, इको विलेज 2 स्थित Creation World IVF सेंटर से इलाज करवा रही थी. The Times of India की रिपोर्ट के अनुसार, 19 अगस्त को ललिता रावत क्लीनिक पर IVF करवाने पहुंची. पुलिस ने बताया कि मृतक प्रिय रंजन ठाकुर के क्लीनिक पर IVF करवाने पहुंची थी.

क्लीनिक के स्टाफ़ से मिली जानकारी के मुताबिक, मरीज़ को बचाने की कोशिशें की गई लेकिन खून की कमी की वजह से उसका ब्रेन डैमेज हो चुका था. मरीज़ को ग्रेटर नोएडा स्थित यथार्थ अस्पताल शिफ़्ट करवाया गया. उसे लाइफ़ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया लेकिन 22 अगस्त को मरीज़ की मौत हो गई. ऑटोप्सी रिपोर्ट में मौत की वजह ब्रेन हेमरेज बताई गई है.

क्लीनिक चला रहे शख़्स की MBBS डिग्री निकली फ़र्जी़

patient died at noida Ivf center police found doctor mbbs degree fake

मरीज़ के पति, चंद्रभान रावत ने बिसरख पुलिस थाने में रिपोर्ट लिखवाई. मरीज़ के पति का आरोप था कि उन्हें किसी दवाई की ज़्यादा डोज़ दे दी गई जिससे उसकी तबीयत बिगड़ गई. क्लीनिक ने भी कहा कि एक बेहोशी की दवा से मरीज़ को रिएक्शन हो गया.

पुलिस ने बताया कि आरोपी IVF प्रमुख ने दंपत्ति को भूपेंद्र नारायण यूनिवर्सिटी, बिहार की 2005 की डिग्री दिखाई. राजेश एस, डीएसपी (सेंट्रल नोएडा) ने मीडिया को बताया कि जब MBBS डिग्री को जांच के लिए भेजा गया तब पता चला कि वो फ़र्ज़ी डिग्री है. IPC की धारा 420, धारा 467, धारा 468 और धारा 471 के तहत केस दर्ज कर आरोपी शख़्स को गिरफ़्तार कर लिया गया है.