उत्तर प्रदेश के बेटे-बेटियों ने महिला सुरक्षा की दिशा में बड़ा कारनामा कर कमाल कर दिया है. आगरा स्थित आरबीएस कॉलेज के टेक्निकल कैंपस के छात्र-छात्राओं ने एक ऐसी जैकेट बनाई है, जिसे महिला सुरक्षा की दिशा में अहम हथियार माना जा रहा है. आरबीएस कॉलेज के इलेक्ट्रॉनिक एंड कम्युनिकेशन डिपार्टमेंट के फोर्थ ईयर के विद्यार्थियों ने महिलाओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए एक ‘सेफ्टी जैकेट’ बनाई है. इस सेफ्टी जैकेट की खास बात यह है कि अगर कोई भी किसी अकेली महिला या लड़की को गलत इरादों से बिना उसकी सहमति से टच करने की कोशिश करेगा तो उसे 120 वोल्ट से लेकर 2020 तक का बिजली का झटका लगेगा. यह अनोखी और बहुत ही उपयोगी डिवाइस स्वाति गुप्ता, संचित अग्रवाल और अनीता की 1 साल की मेहनत के बाद तैयार हुई है. यह एक तरह से महिलाओं का सुरक्षा कवच है. इलेक्ट्रॉनिक एंड कम्युनिकेशन के अंतिम वर्ष के छात्र-छात्राओं ने अपने प्रोजेक्ट के तौर पर सेफ्टी जैकेट नाम से यह जैकेट बनाई है, जो महिलाओं की सुरक्षा के साथ-साथ उनका कवच भी बनेगी. इसमें 120 वोल्ट से लेकर 2000 वोल्ट तक बिजली का करंट दौड़ता है, जो सामने वाले को कुछ देर के लिए अचेत कर देगा. जैकेट बेहद खास फीचर्स से लैस है.
इन स्टूडेंट्स ने इस जैकेट को वेयरबेल सिस्टम टू सेफगार्ड एंड पर्सनल सेफ्टी नाम दिया है. इस जैकेट के ऊपर एक खास तरह की मेटल के तार लगाए गए हैं. इन तारों को 12 वोल्ट की बैटरी, कुछ सेंसर और छोटे से ट्रांसफार्मर से जोड़ा गया है. इस जैकेट में ऐसा सॉफ्टवेयर डाला गया है कि जैसे ही महिला के साथ छेड़खानी होती है, बस उसे एक बटन प्रेस करना है और उसकी जैकेट में 120 वोल्ट का करंट दौड़ने लगेगा. सामने वाला जैकेट को छूते ही कुछ समय के लिए अचेत हो जाएगा
इस जैकेट को बनाने में शामिल रहीं अनीता बताती हैं कि जैकेट को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि जिसने जैकेट पहनी है, उसे करंट नहीं लगेगा. जैकेट के अंदर ऐसे फैब्रिक या यह कह सकते हैं कि प्लास्टिक (रबर)) की फैब्रिक का इस्तेमाल किया गया है, जिससे जैकेट के अंदर करंट नहीं दौड़ेगा. करंट एक सेकंड के बाद ऑटोमेटिक कट हो जाता है, ताकि सामने वाले को सिर्फ नुकसान पहुंचे, जान न जाये.
सिंपल सी दिखने वाली इस जैकेट में जीपीएस, जीएसएम मॉड्यूल, ऑडियो नैनो पीसी, माइक्रोकंट्रोलर कैमरा, मॉड्यूल इनवर्टर सर्किट,12 वोल्ट की बैटरी और कुछ सेंसर लगाए गए हैं. इसके साथ ही झटका देने के अलावा बटन दबाते ही महिला की लाइव लोकेशन, अलर्ट मैसेज पुलिस के साथ-साथ परिजनों को भी पहुंचाएगी. इस डिवाइस में परिजन और पुलिस के कंट्रोल रूम के नंबर ऐड किए गए हैं, जिस पर तुरंत घटना की वीडियो फुटेज और मैसेज पहुंचता है.
यह जैकेट महिलाओं की सुरक्षा के लिए कवच तो है ही, साथ ही छोटे बच्चों की किडनैपिंग रोकने के लिए भी इसमें कई सारे फीचर्स हैं. जैकेट में जीएसएम माड्यूल लगाया गया है, उसमें एक सिम लगी है. एक बटन दबाते ही दिए गए नंबरों पर तुरंत वॉइस कॉल पहुंचता है. ऐसी स्थिति में बच्चा आसानी से अपने गार्जियंस के साथ बात कर सकता है. साथ ही लोकेशन भी उनके मोबाइल पर पहुंचती है. जिससे काफी हद तक बच्चों की किडनैपिंग रोकने में मदद मिलेगी. जैकेट बनाने वाली टीम की अहम सदस्य स्वाति गुप्ता बताती हैं कि अभी तक इस प्रोजेक्ट पर उनके 10 से 12000 पर खर्च हो गए हैं. कई बार महंगे कम्पोनेंट्स जल गए थे, जिसे धीरे-धीरे खर्चा बढ़ गया. हालांकि अगर यह जैकेट मार्केट में आती है तो 5000 – ₹6000 इसकी कॉस्टिंग होगी. उसके फैब्रिक पर काम किया जा रहा है. अभी सर्दियों के हिसाब से जैकेट तैयार की गई है. जल्दी ही इसे हर मौसम के अनुकूल बनाया जाएगा.