कोरोना का नाम सुनते ही सभी का दिल सहर उठता है | कोरोना अभी तक सैकड़ों अनमोल जानें लील चुका है। पहली और दूसरी लहर से जान माल का भारी नुक्सान प्रदेश वासियों को उठाना पड़ा। अब बताया जा रहा है कि तीसरी लहर भी आने की संभावना है। ऐसे में अब सोलन का जिला प्रशासन भी चौकन्ना हो गया है और सभी तरह की आवश्यक तैयारियां की जा रही है। अस्पताल में पहले से अधिक व्यवस्थाएं की जा रही हैं। जिला के अस्पतालों के साथ सम्पर्क साध कर वहां भी तीसरी लहर से निपटने के लिए आवश्यक कार्रवाई अमल में लाई जा रही है। यह जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी राजन उप्पल ने मीडिया को दी।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि तीसरी लहर के लिए सोलन का जिला प्रशासन पूर्ण रूप से तैयार है। उन्होंने बताया कि तीसरी लहर बच्चों के लिए घातक साबित हो सकती है इसलिए जिला में बच्चे अगर कोरोना से प्रभावित होंगे तो उनके उपचार में किसी तरह की कमी न रह जाए इस लिए सभी तैयारियां पूर्ण की जा रही है। उन्होंने बताया कि सोलन के क्षेत्रीय अस्पताल में अभी केवल छे बैड ही उपलब्ध हैं उनकी संख्या बढ़ा कर 20 बैड की जा रही हैं। वहीँ चिकित्सकों की संख्या भी बढ़ाने के लिए आग्रह किया गया है। उन्होंने बताया कि सोलन जिला में 37 आईसीयू के बैड्स का प्रावधान किया जा रहा है। 30 बैठ का प्रावधान एमएमयू अस्पताल में किया गया है जिसमे से 5 बैड्स पर वेंटिलेटर भी उपलब्ध होंगे। उन्होंने कहा कि अभी कोरोना के मामले कम है जो एक अस्थाई राहत लोगों को मिली है। लेकिन अगर हम कोरोना नियमों का पालन नहीं करेंगे तो तीसरी लहर और भी ज़्यादा प्रभाव भविष्य में डाल सकती है।