Vindhyachal Division Government Education Changing Story: यूपी के विध्यांचल मंडल के सरकारी स्कूलों की सूरत को बदलने का प्रयास शुरू कर दिया गया है। व्हाइट बोर्ड और ब्लूटूथ स्पीकर हर बच्चे तक टॉपिक को बेहतर तरीके से पहुंचाने में मददगार साबित हो रही है। सरकारी स्कूलों की बदलती सूरत से उम्मीद बंधने लगी है।
मिर्जापुर: उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर मंडल के स्कूलों में बदलाव की कहानी लिखी जा रही है। नई पौध को आधुनिक शिक्षा से जोड़ने का पूरा प्रयास शुरू किया गया है। परिषदीय स्कूलों को आधुनिक शिक्षा से जोड़ने की योजना है। प्रयास यह है कि सरकारी स्कूलों के बच्चे किसी भी स्थिति में किसी से कम न रह जाएं। बदलाव की कोशिश शुरू की गई तो पहले खर्च का डर। फिर फंड की बात। लेकिन, प्रयास स्कूल प्रबंधन कमिटी के स्तर पर हुए। बदलाव दिखा। बच्चों की शिक्षा के स्तर में विकास साफ देखा गया। इसके बाद रिजल्ट प्रशासन के सामने था। प्रशासनिक स्तर पर स्कूलों में आधुनिक तकनीक को जोड़ने पर चर्चा शुरू हुई। बच्चों की शिक्षा को बेहतर बनाने के साथ-साथ आसान और प्रभावी बनाने को लेकर सरकार की तरफ से कवायद शुरू हुई। सरकारी स्कूलों में डिजिटल माध्यम से पढ़ाई को और भी रुचिकर बनाया जा रहा है। मिर्जापुर मंडल में अब बच्चों को ब्लूटूथ स्पीकर की सहायता से पढ़ाए जाने की तैयारी कर ली गई है। इसके लिए विंध्याचल मंडल के प्रत्येक स्कूल में दो-दो ब्लूटूथ स्पीकर खरीदे जाएंगे। बच्चों को आडियो-विजुअल माध्यम से विषयों का ज्ञान कराया जाएगा। अब तक निजी स्कूलों में इस प्रकार की व्यवस्था थी। अब बदलाव का असर दिख रहा है तो अभिभावकों की ओर से भी खुशी जताई गई है।
विंध्याचल मंडल की 4758 स्कूलों में बदलाव की तैयारी मिर्जापुर मंडल के भदोही और सोनभद्र जिले में 4758 स्कूलों में पंजीकृत 7,86,876 बच्चे इससे सीधे तौर पर लाभान्वित हो सकेंगे। इन परिषदीय स्कूलों में इनबिल्ट ब्लूटूथ स्पीकर के माध्यम से आडियो और विजुअल तकनीक के जरिए पढ़ाई कराई जाएगी। पहले से ही विभाग में प्रेरणा, दीक्षा और रीड एलांग एप के माध्यम से बच्चों को पढ़ाया जा रहा है। अब प्रोजेक्टर, मोबाइल और लैपटाप को ब्लूटूथ स्पीकर से जोड़कर बच्चों को आडियो और विजुअल के माध्यम से विषय की जानकारी दी जाएगी।
प्रदेश के कई स्कूलों के अच्छे आर्टिकल को आडियो और विजुअल तरीके से बताया जाएगा। जिले के सभी स्कूलों को डिजिटल बनाने की प्रक्रिया में एक सशक्त कदम है। ब्लूटूथ स्पीकर के माध्यम से बच्चों को बेहतर जानकारी मिलेगी। सबसे अधिक फायदा उन स्कूलों को होगा, जहां छात्र संख्या अधिक है। आखिरी पंक्ति तक बैठे बच्चे तक विषय के बारे में जानकारी दी जाएगी।
विद्यालय प्रबंधन समिति करेगी खरीद
परिषदीय स्कूलों में ब्लूटूथ स्पीकर के माध्यम से शिक्षा व्यवस्था को मजबूत और आसान बनाने को लेकर सरकार लगातार प्रयासरत है। इस क्रम में विभाग से बजट होने के बाद विद्यालय प्रबंधन समिति के माध्यम से इसकी खरीद की जाएगी। ब्लूटूथ खरीदने के लिए दो हजार रुपये प्रति विद्यालय धनराशि निर्धारित की गई है। खरीद के लिए प्रधानाध्यापक को सदस्य सचिव बनाया गया है, जहां समिति में महिला और पुरुष के अलावा दो जागरूक अभिभावक और एक वरिष्ठ शिक्षक को समिति का सदस्य बनाया जाएगा। एक स्पीकर की कीमत एक हजार रुपया निर्धारित की गई है। बच्चों की पढ़ाई को आसान बनाने की है कवायद
विंध्याचल मंडल के सहायक शिक्षा निदेशक बेसिक, विंध्याचल मंडल में 4758 स्कूलों में पढ़ने वाले 786876 बच्चों को ब्लूटूथ के माध्यम से पढ़ाई कराया जाना है। इसके लिए ब्लूटूथ खरीदने की कवायद चल रही है। ब्लूटूथ के माध्यम से बच्चों की पढ़ाई आसान हो सकेगी। इसके लिए कार्य शुरू हो गया है। माना जा रहा है कि शिक्षा का स्तर बढ़ाने के साथ-साथ यह स्कूलों के स्तर को भी बढ़ाने में कामयाब होगा