Workshop organized under National Newborn Awareness Week

राष्ट्रीय नवजात शिशु जागरूकता सप्ताह के अन्तर्गत कार्यशाला आयोजित

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग सोलन द्वारा राष्ट्रीय नवजात शिशु जागरूकता सप्ताह के अन्तर्गत गत दिवस एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं, आशा कार्यकर्ताओं तथा नवजात शिशुओं की माताओं को नवजात शिशु की सुरक्षा तथा उनकी देखभाल के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की गई।
राष्ट्रीय नवजात शिशु जागरूकता सप्ताह 15 नवम्बर से 21 नवम्बर, 2020 तक आयोजित किया जा रहा है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. राजन उप्पल ने कार्यशाला की अध्यक्षता करते हुए कहा कि नवजात शिशुओं में बीमारी के जोखिम को कम करने, उनके संतुलित शारीरिक विकास के लिए नवजात शिशु देखभाल की संपूर्ण जानकारी की आवश्यकता होती है। जन्म के समय नवजात शिशु की मूलभूत जरूरत माँ का साथ, सामान्य श्वास तथा मां का दूध होता है। इससे नवजात को संक्रमण से बचाया जा सकता है।
कार्यशाला में शिशु रोग विशेषज्ञ डाॅ. धर्मेन्द्र ने नवजात शिशु सुरक्षा पर जानकारी देते हुए कहा कि शिशु की सुरक्षा के लिए माताओं को सजग रहने की आवश्यकता है। नवजात शिशु की त्वचा और प्रतिरक्षा तंत्र संवेदनशील होता है। शिशु का पीठ के बल सोना सबसे सुरक्षित माना जाता है। बच्चे को इस स्थिति में नींद अच्छी आती ही हैै। उन्हांेने कहा कि नवजात शिशुओं को गुणवत्तायुक्त स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करना आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि नवजात शिशुओं की स्वास्थ्य जांच के लिए जिला स्तर पर स्पेशल न्यू बोर्न केयर यूनिट (एस.एन.सी.यू), प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र स्तर पर न्यू बोर्न केयर काॅर्नर (एन.बी.सी.सी.) तथा खण्ड स्तर पर न्यू बोर्न स्टेबिलाइजेशन यूनिट (एन.बी.एस.यू.) स्थापित किए गए हैं। सभी स्तरों पर नवजात की माताओं को शिशुओं की देखभाल के बारे में जरूरी जानकारी प्रदान की जा रही है।
डाॅ. धर्मेन्द्र ने कहा कि राष्ट्रीय नवजात शिशु जागरूकता सप्ताह के अन्तर्गत हर दिन नवजात शिशुओं की उचित जांच तथा नवजात शिशुओं की माताओं को उनकी घर पर देखभाल के बारे में जानकारी प्रदान की जा रही है।
इस सप्ताह का उद्देश्य नवजात शिशुओं की देखभाल के बारे में माताओं को जागरूक बनाना और भविष्य में उनका सर्वांगीण शारीरिक एवं मानसिक विकास सुनिश्चित करना है।
क्षेत्रीय अस्पताल सोलन के चिकित्सा अधीक्षक डाॅ. एन.के. गुप्ता, डाॅ. मुक्ता रस्तोगी, डाॅ. पूनम, बीसीसी समन्वयक राधा चैहान, किशोर स्वास्थ्य परामर्शदाता ममता, आहार विशेषज्ञ प्रेरणा इस अवसर पर उपस्थित थे।