World Cup 2023: वो तीन बातें जो बांग्लादेश को बनाते हैं वनडे वर्ल्ड चैंपियन बनने का प्रबल दावेदार

Bangladesh Cricket Team in 2023 World Cup: वनडे क्रिकेट के इतिहास में बांग्लादेशी टीम के पास 146 जीत, 249 हार दर्ज है, लेकिन यह 2010 के बाद से इस टीम ने सिर्फ 95 हार झेली तो 91 मुकाबलों में जीत भी हासिल की है। कोरोना महामारी के बाद से बांग्लादेश ने 26 एकदिवसीय मैच खेले हैं, जिसमें से 18 जीते हैं और बाकी हारे हैं।

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World Cup 2023: वो तीन बातें जो बांग्लादेश को बनाते हैं वनडे वर्ल्ड चैंपियन बनने का प्रबल दावेदार

बांग्लादेश बीते कुछ साल से वनडे क्रिकेट में बहुत बढ़िया कर रहा है। बीते दिनों इंडिया जैसी मजबूत टीम को 2-1 से हराया। पड़ोसी मुल्क के खिलाफ बांग्लादेश की ये जीत खास थी, क्योंकि भारतीय टीम अपने सारे सीनियर प्लेयर्स के साथ मैदान पर उतरी थी। वैसे भी बांग्लादेश को बांग्लादेश में हराना अब आसान नहीं रह गया। ये टीम अपने घर में 2016 से नहीं हारी। घर के साथ-साथ विदेश में भी जीतने लगी है। साउथ अफ्रीका को पहली बार बाहर हराया। अगले साल 50 ओवर का वर्ल्ड कप भारत में होने वाला है। अब सवाल ये उठता है कि क्या बांग्लादेशी टीम वही जादू दोहरा पाएगी जो श्रीलंका ने 1996 में किया था। चलिए इस आर्टिकल में आपको वो तीन कारण बताते हैं कि आखिर क्यों 2023 विश्व कप में बांग्लादेश टीम डार्क हॉर्स साबित हो सकता है।

​#1. स्थिर बैटिंग यूनिट

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संभवत: वर्ल्ड कप में बांग्लादेश की बैटिंग लाइन-अप के टॉप-5 बल्लेबाज तमीम इकबाल, लिट्टन दास, शाकिब-अल-हसन, मुस्ताफिजूर रहीम और महमुदुल्लाह होंगे। ये बल्लेबाज टीम को एग्रेशन और स्थिरता दोनों देते हैं। सभी के पास 50 ओवर फॉर्मेट का अच्छा-खास अनुभव भी है। स्पिन अटैक को खेलने की काबिलियत और फास्ट बोलर्स को काउंटर अटैक करने की काबिलियत भी। लोअर ऑर्डर में मेहदी हसन मिराज क्या कर सकते हैं, ये उन्होंने भारत के खिलाफ सीरीज में बखूबी बता दिया है। आतिफ हुसैन को भी नहीं भूलना चाहिए।

#2. क्वालिटी स्पिन अटैक

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बांग्लादेश के पास शाकिब-अल-हसन और और मेहदी हसन मिराज के रूप में दो वर्ल्ड क्लास स्पिनर हैं। इस फिरकी जोड़़ी ने बीते 5 साल में 50 से ज्यादा विकेट झटके हैं वो भी 5 से कम की इकॉनमी के साथ। शाकिब लेफ्ट आर्म ऑर्थोडॉक्स स्पिनर हैं तो मिराज ऑफ स्पिनर हैं। दोनों स्पिनर्स जबरदरस्त बल्लेबाज भी हैं, ऐसे में पिच और हालातों के मद्देनजर बांग्लादेशी टीम दो या उससे ज्यादा स्पिनर्स को भी अपनी प्लेइंग इलेवन में खिला सकती है। लेफ्ट आर्म स्पिनर ताइजुल इस्लाम को भी मौका मिल सकता है।

#3. बड़े टूर्नामेंट में अच्छा करना

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बांग्लादेश एक स्पोर्ट्स लविंग नेशन है। मल्टी-नेशनल टूर्नामेंट में टीम हमेशा बढ़िया करती आई है। बड़ी टीमों को टक्कर देते आई है। ये टीम बड़े टूर्नामेंट में उलटफेर तो करती है, लेकिन वो लाइन क्रॉस नहीं कर पाती, जो उसे चैंपियनशिप तक पहुंचाए। बांग्लादेशी टीम इस वजह से नहीं हारती कि वो दूसरी टीमों से कमजोर है बल्कि इसलिए पिछड़ी जाती है कि उनके प्लेयर्स वो दबाव नहीं झेल पाते। हालांकि 2017 चैंपियंस ट्रॉफी का सेमीफाइनल, 2018 एशिया कप फाइनल कुछ ऐसे इवेंट हैं, जहां ‘टाइगर्स’ आगे तक तो पहुंचे, लेकिन ट्रॉफी नहीं उठा पाए। अब भारतीय उपमहाद्वीप में बांग्लादेश के पास 2023 विश्व कप अपने नाम करने का सुनहरा मौका होगा।