दुनिया में एक से बढ़कर एक खूबसूरत स्थान हैं। इन जगहों पर हर साल बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंचते हैं। लेकिन, कई जगह ऐसी भी हैं, जहां जाना खतरे से खाली नहीं होता। हालात बिगड़ने पर इंसान की मौत तक हो सकती है। ऐसे में लोगों को इन जगहों पर जाने से पहले सुरक्षा की सलाह दी जाती है। जानें ऐसे जगहों के बारे में…
दुनिया में खतरनाक जगहों की कोई कमी नहीं है। कई जगह तो ऐसे हैं, जहां जाना ही मौत को दावत देने की तरह है। इसके बावजूद उन जगहों पर रहने वाले लोग परिस्थिति के अनुसार खुद को ढाल लेते हैं। इनमें सीरिया, अफगानिस्तान, यमन जैसे देश शामिल हैं, जो आतंकवाद, उग्रवाद और दूसरे देशों के हमलों को झेल रहे हैं। वहीं, कई जगहें ऐसी भी हैं, जो अपनी प्राकृतिक बनावट के कारण रहने के लायक नहीं है। इनमें दुनिया के सबसे गर्म और ठंडी जगहों के अलावा बाढ़ वाले स्थान भी शामिल हैं। ऐसे में लोगों को सलाह दी जाती है कि इन खतरनाक स्थानों पर जाने से पहले किसी विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें और उनके दिशानिर्देशों का पालन भी करें।
काबुल, अफगानिस्तान
अफगानिस्तान पर इस समय तालिबान का राज है। तालिबान के शासन में भी काबुल लगातार आतंकी हमलों से दहलता रहा है। इस्लामिक स्टेट, रेजिस्टेंस फोर्स और खुद तालिबान मुजाहिदीन आम लोगों को निशाना बनाते हैं। इन हमलों में पिछले एक साल के अंदर हजारों लोगों की मौत हो चुकी है। सबसे ज्यादा नुकसान अफगानिस्तान के अल्पसंख्यक तबके को उठाना पड़ता है। तालिबान के कब्जे के कारण अफगानिस्तान के हालात बेहद खराब हैं। लोगों के पास खाने के लिए न तो अनाज है और न ही इलाज के लिए अस्पताल। ऐसे में अफगान लोग बड़ी संख्या में पड़ोसी देश पाकिस्तान और ईरान में पलायन कर रहे हैं।
दमिश्क, सीरिया
सीरिया की राजधानी का नाम दमिश्क है। सीरिया 2012 से ही इस्लामिक स्टेट का गढ़ रहा है। यह देश वर्तमान में अमेरिका, रूस, इजरायल, तुर्की और ईरान के बीच जंग का मैदान बना हुआ है। हर देश अपनी जरूरत के हिसाब से हमले करते हैं और सीरिया कुछ नहीं कर पाता। इसकी राजधानी दमिश्क पर भी अक्सर हमले होते रहते हैं। कभी ये हमले आतंकवादी करते हैं तो कभी कोई देश करता है। ऐसे में सीरिया के किसी भी इलाके में जाना खतरे से खाली नहीं है। हर साल बड़ी संख्या में सीरियाई लोग हमलों की चपेट में आकर मारे जाते हैं। इन लोगों की दुख और पीड़ा को सुनने वाला भी कोई नहीं है। खुद सीरियाई सरकार का भी पूरे देश पर नियंत्रण नहीं है।
ग्रैंड कैनियन, अमेरिका
अमेरिका के एरिजोना राज्य में स्थित ग्रैंड कैनियन घाटी एक बेहद खूबसूरत जगह है। दुनिया भर से लोग यहां धूमने और ट्रैकिंग करने आते हैं। विशाल प्राकृतिक अजूबों में से एक ग्रैंड कैनियन इस जगह से अनजान लोगों के लिए किसी नरक से कम नहीं है। ग्रैंड कैनियन की लंबाई 446 किलोमीटर है और करीब छह हजार फीट गहरी है। यह बेहद सूखा, गहरी घाटियों और भुरभुरे पहाड़ों से घिरी एक जगह है। अगर ग्रैंड कैनियन में कोई गुम हो जाए तो उसकी मौत लगभग तय मानी जाती है। इस पूरे इलाके में सिर्फ एक गांव मौजूद है, जहां आज भी रेड इंडियन रहते हैं। यह पूरा इलाका इंसानों के रहने लायक नहीं है। लोग किसी एक्सपर्ट की मदद से इस इलाके के एक छोटे से हिस्से में ही ट्रैकिंग और एडवेंचर करते हैं।
सना, यमन
खाड़ी देश यमन की राजधानी का नाम सना है। यह शहर पिछले एक दशक से हिंसा की आग में जल रहा है। सना पर भले ही कार्यवाहक सरकार अपने अधिकार का दावा करती है, लेकिन यह जगह किसी नर्क से कम नहीं है। यहां आए दिन आतंकी घटनाएं होती रहती हैं। हूती विद्रोही और सरकारी सेना के बीच जारी संघर्ष में लाखों लोगों की मौत हो चुकी है। संयुक्त राष्ट्र तक इस देश को खतरनाक बता चुका है। यहां खाने-पीने की कमी के कारण लाखों बच्चे कुपोषण से जूझ रहे हैं। वहीं, पड़ोसी देश सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात भी हूती विद्रोहियों के खिलाफ कार्रवाई के नाम पर गोलीबारी करते रहते हैं। कई बार इन हमलों में आम लोगों की मौत भी हो चुकी है।
डेथ वैली, अमेरिका
अमेरिका के कैलिफोर्निया में स्थित डेथ वैली दुनिया के सबसे गर्म जगहों में से एक है। यहां इतनी भीषण गर्मी पड़ती है कि स्वस्थ व्यक्ति को भी हीट स्ट्रोक आ सकता है। इस डेथ वैली में 1913 में पांच दिनों तक चली हीट वेव के दौरान सर्वकालिक उच्च तापमान 134 डिग्री फारेनहाइट के रिकॉर्ड स्तर तक पहुंच गया था। धरती के किसी अन्य किसी जगह पर इतनी गर्म हवा कभी भी महसूस नहीं की गई है। डेथ वैली समुद्रतल से 300 मीटर नीचे एक गहरी और पतली घाटी है। जहां पेड़-पौधों का कोई नामों निशान नहीं है। यहां इंसान नहीं रहते, लेकिन खतरों को झेलने के शौकीन लोग क्लाइंबिंग और ट्रैकिंग करने के लिए आते हैं। यह वैली इसलिए ज्यादा गर्म रहती है, क्योंकि इसकी सतह लाल रंग के चट्टान और थोड़ी-बहुत मिट्टी से बनी है। यह सतह गर्मी को वापस तो भेज देती है, लेकिन वह वैली से बाहर नहीं निकल पाती। इसका प्रभाव यह होता है कि घाटी की हवा बेहद गर्म हो जाती है। यहां की गर्म हवा खड़ी पर्वत श्रृंखलाओं से घिरी हुई है, जो घाटी की गहराई में गर्मी को रोक लेती है।