WWE’s Roman Reigns Diet Plan: डब्ल्यूडब्ल्यूई रेसलमेनिया 39 में फैन्स रोमन रेंस के मैच का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि रोमन रेंस किस कैंसर से लड़ रहे हैं और उनका डाइट प्लान क्या है?
रोमन रेंस को कैंसर? लेकिन क्या आप जानते हैं कि WWE सुपरस्टार Roman Reigns करीब 15 सालों से खतरनाक कैंसर से जूझ रहे हैं। उन्होंने 22 अक्टूबर 2018 को अंतरराष्ट्रीय टीवी चैनल पर ल्यूकेमिया से लड़ने की बात कबूली थी। ल्यूकेमिया एक खतरनाक खून का कैंसर है, जिसमें असामान्य रक्त कोशिकाएं बढ़ने लगती हैं।
टीवी पर रोमन रेंस ने बताया था कि उन्हें 2007 में पहली बार ल्यूकेमिया कैंसर (leukemia cancer) के बारे में पता चला था। लेकिन 2018 में वह दोबारा से उभर आया है और वो रेसलिंग से ब्रेक ले रहे हैं। हालांकि, चार महीने बाद ही उन्होंने रिंग में वापिस की और कहा कि कैंसर से जंग के साथ रिंग में फाइट भी चालू रहेगी। ल्यूकेमिया कैंसर के दोबारा आने से डब्ल्यूडब्ल्यूई रेसलर रोमन रेंस की डाइट काफी प्रभावित हुई थी। एक इंटरनेशनल फिटनेस पब्लिकेशन GQ को दिए इंटरव्यू में रेसलर रोमन रेंस ने डाइट में हुए बदलावों के बारे में जानकारी दी थी।
2018 से पहले Roman Reigns की डाइट
इंटरव्यू में रोमन रेंस अपनी डाइट के बारे में बताया कि वे सुबह सबसे पहले 10 अंडे खाते हैं और साथ में थोड़ा बेकन मीट या सॉसेज लेते हैं। इसके बाद वह अपना वर्कआउट करके प्रोटीन शेक पीते हैं। जिससे पेट काफी देर तक भरा रहता है। करीब 1-2 घंटे बाद सुपरस्टार प्रोटीन से भरपूर डाइट का सेवन करता है।
कैसी होती है नाइट डाइट?
रोमन रेंस बताते हैं कि दिन में खाना खाने के बाद कई बार बाद में भी प्रोटीन शेक पीते हैं। हालांकि, रात की डाइट के बारे में उन्होंने कहा कि आपके पास ज्यादा चुनाव नहीं होते हैं और आपको लिमिटेड ऑप्शन को ही खाना पड़ता है।
ल्यूकेमिया के बाद बदल गई डाइट
Roman Reigns ने 2018 में ल्यूकेमिया के उभरने के बाद प्रोटीन फूड को कंट्रोल किया। क्योंकि, रेड मीट, शैलफिश और क्रैब लेग उनकी हालत को ज्यादा खराब कर सकती थी। उन्होंने प्रोटीन के लिए चिकन और हल्की मछलियों के सेवन पर फोकस किया। रोमन रेंस को डाइट में पानी की मात्रा बढ़ाने के साथ एल्कोहॉल से दूरी भी बनानी पड़ी थी।
ल्यूकेमिया कैंसर के लक्षण
मायोक्लीनिक के मुताबिक, ल्यूकेमिया का प्रकार ही लक्षणों को निर्धारित करता है। हालांकि, इसके कुछ लक्षण एक जैसे हो सकते हैं।
- बुखार-ठंड लगना
- लगातार थकावट
- बार-बार गंभीर संक्रमण होना
- बेवजह वजन घटना
- लिम्फ नोड्स में सूजन
- खून निकलने का खतरा बढ़ना
- नाक से खून आना
- त्वचा पर छोटे लाल धब्बे होना
- खासतौर से रात में ज्यादा पसीना आना
- हड्डियों में दर्द, आदि
ल्यूकेमिया कैंसर का इलाज कैसे होता है?
ल्यूकेमिया का इलाज भी इसके प्रकार पर निर्भर करता है और मायोक्लीनिक के अनुसार, डॉक्टर निम्नलिखित तरीके अपना सकता है।
- कीमोथेरेपी
- टार्गेटेड थेरेपी
- रेडिएशन थेरेपी
- बोन मैरो ट्रांसप्लांट
- इम्युनोथेरेपी
- ल्यूकेमिया से लड़ने वाली इम्यून सेल्स को डालना, आदि