सोलन का सरकारी अस्पताल अपनी बदहाली पर आंसू रो रहा है | लेकिन उसके आसूं पोंछने वाला कोई नहीं है | जिसके चलते रोगी सिरमौर शिमला और सोलन से अस्पताल का रुख करने लगे | लेकिन अस्पताल में रोगियों को सुविधाएं न के बराबर मिल रही है | सीटी स्कैन की मशीन काफी समय से खराब पड़ी है | बड़े एक्सरे की मशीन भी करीबन दो वर्षों से खराब है | ऐसे में जो गरीब रोगी दूर दराज क्षेत्र से सस्ते इलाज के लिए यहाँ आता है उसे एक्सरे और सीटी स्कैन करवाने के लिए निजी प्रयोगशालाओं का रुख करना पड़ता है और अपनी जेब ढीली करनी पड़ती है | यही वजह है कि निजी लैब संचालक इस मौके का फायदा उठा कर चांदी कूट रहे हैं और संबंधित अधिकारी इस लूट पर आँखें मीच तमाशा देख रहे हैं |
— गौर तलब है कि सोलन जिला से पहले राजीव बिंदल स्वास्थ्य मंत्री रह चुके है और अब कसौली के विधायक राजीव सैजल स्वास्थ्य मंत्री हैं | शहर वासियों को उम्मीद थी कि सोलन में स्वास्थ्य सेवाएं हिमाचल के अन्य जिलों से बेहतर होंगी लेकिन यहाँ स्थिति जस की तस बनी हुई है | भवन अच्छा और बड़ा बना दिया गया | लेकिन सुविधाएं अभी भी शून्य ही नज़र आ रही है | यह अस्पताल केवल रैफरल अस्पताल बन कर रह गया है | अब देखना यह होगा कि स्वास्थ्य मंत्री राजीव सैजल इस अस्पताल की स्थिति क्या आने वाले समय में सुधार पाते हैं या नहीं |