युवा कांग्रेस ने किया वन मंत्री का घेराव, पुलिस भर्ती लिखित परीक्षा के पेपर लीक मामले पर फूटा गुस्सा, पुलिस ने हल्का बल प्रयोग करते हुए हटाए युवा कांग्रेसी, डीजीपी को सस्पेंड करने की मांग पर युवा कांग्रेस का जोरदार प्रदर्शन। 

जिला मुख्यालय के सर्किट हाउस में युवा कांग्रेस ने बुधवार सुबह हिमाचल प्रदेश के वन मंत्री राकेश पठानिया का घेराव कर डाला। जिला के बदोली गांव में फॉरेस्ट गार्ड राजेश कुमार की अंत्येष्टि में विशेष रूप से शामिल होने आए वन मंत्री अंतिम संस्कार के बाद सर्किट हाउस पहुंचे थे। जहां युवा कांग्रेसियों ने उनका घेराव करते हुए जोरदार नारेबाजी की और पुलिस भर्ती लिखित परीक्षा के पेपर लीक मामले पर सरकार को जमकर फटकार लगाई। युवा कांग्रेसियों ने कहा कि पुलिस भर्ती की लिखित परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक होना हिमाचल प्रदेश के माथे पर सबसे बड़ा कलंक है उन्होंने कहा कि जब पुलिस इस पूरी परीक्षा का संचालन कर रही थी तो निश्चित रूप से इसकी परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक आउट होने का जिम्मा भी पुलिस अधिकारियों को लेना चाहिए। वन मंत्री का घेराव कर रहे हैं युवा कांग्रेसियों को पुलिस ने हल्के बल प्रयोग से हटाया जिसके बाद वन मंत्री का काफिला ऊना से रवाना हो सका।

 पुलिस भर्ती की लिखित परीक्षा का पेपर लीक मामला तूल पकड़ता जा रहा है। पिछले 8 दिनों से जिला मुख्यालय के डीसी कार्यालय परिसर में इसी मामले को लेकर क्रमिक भूख हड़ताल कर रही युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने बुधवार सुबह जिला मुख्यालय के ही सर्किट हाउस पहुंचे हिमाचल प्रदेश के वन मंत्री का इसी मामले पर घेराव कर डाला। जिला युवा कांग्रेस अध्यक्ष राघव राणा की अगुवाई में किए गए घेराव के दौरान युवा कांग्रेसियों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए प्रश्न पत्र लीक मामले को प्रदेश का सबसे बड़ा घोटाला करार दिया। इस दौरान युवा कांग्रेसियों ने मंत्री की गाड़ी के समक्ष बैठकर जोरदार नारेबाजी और धरना प्रदर्शन भी किया। हालांकि बाद में पुलिस को हल्का बल प्रयोग के साथ युवा कांग्रेसियों को वहां से हटाना भी पड़ा। युवा कांग्रेस का आरोप है कि पुलिस भर्ती लिखित परीक्षा का पेपर लीक मामला हिमाचल प्रदेश का सबसे बड़ा घोटाला है उन्होंने कहा कि इसमें सीधे सीधे तौर पर पुलिस के अधिकारी भी जिम्मेदार हैं। युवा कांग्रेसियों ने कहा कि प्रदेश सरकार सब कुछ जानते हुए भी हिमाचल प्रदेश पुलिस के प्रमुख को बचाने का प्रयास कर रही है जबकि डीजीपी को यह मामला सामने आने के बाद नैतिकता के आधार पर ही अपना पद छोड़ देना चाहिए था। युवा कांग्रेस ने चेतावनी दी है कि यदि अब भी सरकार ने डीजीपी को उनके पद से नहीं हटाया तो आने वाले दिनों में युवा कांग्रेस प्रदेश भर में उग्र प्रदर्शन करेगी।