देश को सबसे ज़्यादा सैनिक देने वाले राजस्थान में केंद्र सरकार की लाई गई अग्निपथ योजना का विरोध हो रहा है. कई साल से सेना भर्ती की तैयारी कर रहे युवाओं में चार साल सेना में सेवाएँ देने वाले फ़ैसले के खिलाफ़ रोष देखा जा रहा है. अग्निपथ योजना के विरोध में बुधवार को जयपुर में कालवाड़ रोड़ पर बड़ी संख्या में युवा सड़क पर उतरे. युवाओं ने क़रीब एक घंटे तक मुख्य मार्ग को जाम कर दिया. वाहनों की लंबी कतार लग लग गई. मौक़े पर पहुंची करधनी पुलिस ने युवाओं की समझा कर सड़क से जाम खुलवाया.
करधनी पुलिस थाना अध्यक्ष बनवारी लाल मीणा ने बीबीसी से कहा, “सेना भर्ती की तैयारी कर रहे युवाओं ने सड़क जाम कर दिया था. उनकी समझा कर जाम खुलवाया गया है. इस संबंध में न ही कोई गिरफ्तारी की है और न ही किसी को हिरासत में लिया है.” सेना भर्ती की तैयारी कर रहे युवा बीते क़रीब ढाई साल से भर्ती नहीं आने से नाराज़ हैं. युवाओं की मांग है कि, “केंद्र की लाई गई अग्निपथ योजना को वापस लिया जाना चाहिए. इस योजना से देश सेवा का जज़्बा पाले युवाओं का भविष्य अंधकार में चला जाएगा. युवाओं का कहना है कि सेना में यदि इस तरह संविदा आधार पर भर्ती की जाएगी तो देशरक्षा के साथ भी खिलवाड़ होगा. मंगलवार को भारतीय सेना के तीनों प्रमुखों ने सेना में छोटी अवधि की नियुक्तियों को लेकर ‘अग्निपथ’ नीति की घोषणा की थी. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस नीति की घोषणा करते हुए जानकारी दी थी कि रक्षा पर कैबिनेट कमिटी ने ऐतिहासिक फ़ैसला किया है.