राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की ने देश के दो महत्वपूर्ण अधिकारियों को देशद्रोह का हवाला देते हुए उनके पद से बर्ख़ास्त कर दिया है.
ज़ेलेंस्की ने देशद्रोह के कई मामलों का हवाला देते हुए यूक्रेन की सुरक्षा एजेंसी (एसबीयू) के प्रमुख और महाभियोजक को उनके पद से हटा दिया है.
अपने एक बयान में उन्होंने आरोप लगाया है कि क़रीब 60 से अधिक पूर्व कर्मचारी, रूस के कब्ज़े वाले क्षेत्रों में यूक्रेन के ख़िलाफ़ काम कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि कानून प्रवर्तन अधिकारियों के ख़िलाफ़ कुल 651 मामले सामने आए हैं.
हालांकि अपने पद से हटाए गए अधिकारियों, इवान बाकानोव और इरीना वेनेडिक्टोवा की ओर से अभी तक कोई टिप्पणी नहीं आई है.
रविवार को एक वीडियो जारी करते हुए ज़ेलेंस्की ने कहा, “देश की सुरक्षा के ख़िलाफ़ इस तरह के अपराध…बहुत गंभीर प्रश्न हैं.”
एसबीयू के प्रमुख इवान बाकानोव, ज़ेलेंस्की के बचपन के दोस्त रहे हैं.
भारतीय राजनयिक को किया था बर्खास्त
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की ने भारत में यूक्रेन के राजदूत इगोर पोलिखा को उनके पद से बर्खास्त कर दिया है.
पोलिखा की पहचान यूरोप के सबसे वरिष्ठतम राजदूतों में से है जिनके पास भारत और दूसरे यूरोपीय देशों के साथ कूटनीतिक संबंधों का व्यापक अनुभव है.
पोलिखा ने बताया था कि उन्हें इस आदेश से कोई अचरज नहीं हुआ और ना ही वो निराश हैं क्योंकि उनके असमान्य रूप से बहुत लंबे कार्यकाल को देखते हुए ऐसा होने उम्मीद थी.