Boris Johnson Support to Zelensky : जेलेंस्की ने कहा कि बोरिस जॉनसन के साथ उनके ‘व्यक्तिगत संबंधों’ के चलते यूक्रेन को मजबूत समर्थन मिला और उनके बाद यूके की कमान संभालने वाले के साथ तत्काल ऐसा नहीं होगा।
डेलीमेल की खबर के अनुसार जेलेंस्की ने कहा कि बोरिस जॉनसन के साथ उनके ‘व्यक्तिगत संबंधों’ के चलते यूक्रेन को मजबूत समर्थन मिला और उनके बाद यूके की कमान संभालने वाले के साथ तत्काल ऐसा नहीं होगा। युद्ध के दौरान बोरिस जॉनसन ने कीव का दौरा किया था। उन्हें और जेलेंस्की के साथ कीव की सड़कों पर बेखौफ घूमते हुए देखा गया था। यूक्रेन की प्रथम महिला ओलेना जेलेंस्का ने युद्ध के शुरुआती घंटों और दिनों को याद करते हुए कहा कि उन्हें जानबूझकर अपने बच्चों के आगे चेहरे पर हिम्मत दिखानी पड़ती थी।
‘अब हम क्या करेंगे?’
जेलेंस्का ने बताया कि उन्हें इस बात की चिंता सता रही थी कि पहले दिन जब वह अपने बच्चों को नींद से जगाएंगी तो उन्हें कैसे बताएंगी कि एक युद्ध की शुरुआत हो चुकी है। उन्होंने कहा, ‘लेकिन मुझे ऐसा कुछ नहीं करना पड़ा क्योंकि जब मैं अपनी बेटी के कमरे में गई तो वह पहले से जगी हुई थी और युद्ध के बारे में सबकुछ पता था। मैंने उसकी आंखों में किसी तरह की घबराहट नहीं देखी। उसने मुझसे पूछा- अब हम क्या करेंगे? यह वही सवाल था जो मैंने अपने पति से पूछा था और उन्होंने मुझे जवाब दिया- इंतजार करो, मैं तुम्हें बताऊंगा।’
परिवार को छोड़कर कीव में ही रुके जेलेंस्की
इसके कुछ देर बार हथियारबंद सुरक्षाकर्मी राष्ट्रपति भवन में आए और जेलेंस्का और उनके बच्चों को कीव से दूर एक सुरक्षित स्थान पर ले गए। लेकिन जेलेंस्की अपने सैनिकों और जनता को हिम्मत देने के लिए कीव में ही रुके रहे। जेलेंस्की और उनकी पत्नी की मुलाकात लंबे समय बाद हुई लेकिन अभी वह अपने बच्चों से नहीं मिल पाए हैं। जेलेंस्की ने कहा कि मुझे अपने बच्चों की याद आती है, पत्नी की याद आती है। इसकी आदत पड़ना नामुमकिन है।
कौन बनेगा ब्रिटेन का अगला प्रधानमंत्री?
ब्रिटेन में इस समय नए प्रधानमंत्री की रेस चल रही है जिसमें भारतीय मूल के ऋषि सुनक और लिज ट्रस का नाम शामिल है। ऋषि सुनक कंजरवेटिव पार्टी का अगला नेता और देश का प्रधानमंत्री बनने की दौड़ में ‘स्विंग’ मतदाताओं के बीच अपनी प्रतिद्वंद्वी लिज ट्रस से आगे हैं। सुनक कंजरवेटिव पार्टी के कट्टर माने जाने वाले सांसदों (टोरी सदस्यों) के बीच ट्रस से पीछे हैं। ये सांसद अगले सप्ताह से मतपत्रों के जरिए अपनी पसंद के उम्मीदवार को वोट देंगे।