Zerodha:एड पर एक रुपया खर्च किए बिना जीरोधा कैसे बनी देश की सबसे बड़ी ब्रोकरेज, नितिन कामत बता रहे हैं राज

नितिन ने साल 2005 में अपनी एडवाइजरी बिजनेस शुरू करने से पहले एक कॉल सेंटर में काम किया. इसके बाद उन्होंने याहू मैसेंजर और ऑरकुट पर अपना ज्ञान शेयर करने के लिए ग्रुप बनाए. इसके बाद नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ने फ्री ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म लांच किया जिससे जीरोधा के शुरुआत की योजना बनी.

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ग्राहकों की संख्या के हिसाब से देश की सबसे बड़ी ब्रोकरेज फर्म जीरोधा के मालिक नितिन कामत ने कभी ढोल पीटने के बारे में नहीं सोचा था

नई दिल्ली: ग्राहकों की संख्या के हिसाब से देश की सबसे बड़ी ब्रोकरेज फर्म जीरोधा के मालिक नितिन कामत ने कभी ढोल पीटने के बारे में नहीं सोचा था. साल 2016 में जीरोधा के 70,000 ग्राहक थे जो 2022 में बढ़कर एक करोड़ पर पहुंच चुके हैं. नितिन कामत का जीरोधा अलग तरीके से कारोबार कर स्टार्ट को यूनिकॉर्न बनाने के मामले में पोस्टर चाइल्ड बन चुका है. नितिन ने कहा, “इस कारोबार में कुछ चीजें बहुत मुश्किल नहीं है और अगर हमें फंड नहीं मिलता तो शायद इस लेवल पर पहुंचना मुश्किल था.”

नितिन कामत ने साल 2010 तक जीरोधा को लॉन्च नहीं किया था. शेयर बाजार में ट्रेडिंग कारोबार की शुरुआत हालांकि कामत एक दशक पहले ही कर चुके थे. एक मारवाड़ी परिवेश में पले बढ़े नितिन कामत उन लोगों के बीच रहते थे जो शेयर बाजार में अपना हाथ आजमाना चाहते थे.

90 के दशक के आखिर में उन्होंने अपनी मां का ऑफलाइन ट्रेड अकाउंट लेकर शेयर बाजार में कारोबार की शुरुआत की. शेयर बाजार के कारोबार की शुरुआत करने की वजह से उनकी कारोबारी समझ बेहतर बनी. नितिन ने साल 2005 में अपनी एडवाइजरी बिजनेस शुरू करने से पहले एक कॉल सेंटर में काम किया.

इसके बाद उन्होंने याहू मैसेंजर और ऑरकुट पर अपना ज्ञान शेयर करने के लिए ग्रुप बनाए. इसके बाद नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ने फ्री ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म लांच किया जिससे जीरोधा के शुरुआत की योजना बनी.

नितिन ने कहा, “साल 2010 में जीरोधा लांच करने के पीछे दो समस्याओं का समाधान करना मुख्य उद्देश्य था. हम ट्रेडिंग कॉस्ट को कम करना चाहते थे. इसके साथ ही शेयर खरीदने बेचने के कारोबार में ट्रांसपेरेंसी लाना चाहते थे. पैसे से जुड़े कारोबार में यह दोनों चीजें जरूरी है. इन्हीं दोनों समस्याओं के समाधान ने जीरोधा को देश के लोगों का पसंदीदा ब्रोकरेज हाउस बना दिया.”

जीरोधा ने कारोबार की शुरुआत में 6 साल में 70000 ग्राहक बनाए. इसके बाद 4 साल में 2 मिलियन कस्टमर बन गए. पिछले कुछ सालों में जीरोधा ने शानदार तरक्की देखी है. साल 2022 में जीरोधा के 1 करोड़ से अधिक ग्राहक बन चुके हैं.

जीरोधा अपने ग्राहकों को बेहतरीन अनुभव देकर उनका भरोसा जीतने में कामयाब रही है. इस वजह से जीरोधा के ग्राहकों ने माउथ पब्लिसिटी से कंपनी को बड़ा बनाने में काफी योगदान किया है. नितिन कामत ने कहा, “जीरोधा के पास आज एक करोड़ से अधिक ग्राहक हैं और यह देश की सबसे बड़ी ब्रोकरेज कंपनी है लेकिन हमने आज तक ₹1 भी विज्ञापन पर खर्च नहीं किया है.” जीरोधा के ग्राहक ही उसकी पब्लिसिटी करते हैं और उसी से नए ग्राहक बनते हैं.