जोहरा सहगल: जिंदगी को उसके खेल में हराने वाली ‘बिंदास बुढ़िया’ जिसकी बातें लोग आज भी याद करते हैं

बॉलीवुड में ऐसे कई चेहरे हैं जिन्हें हम उनके किरदारों और उनके अभिनय से पहचानते हैं. बहुत से लोगों को ऐसे अभिनेताओं/अभिनेत्रियों का नाम तक नहीं पता होता. ऐसी ही एक अभिनेत्री हैं जोहरा खान. हालांकि कुछ लोग इन्हें जोहरा खान के नाम से तो जानते हैं लेकिन ये नहीं जानते कि ये इनका पूरा नाम नहीं है. 

साहिबज़ादी ज़ोहरा बेगम मुमताज़ उल्लाह खान था पूरा नाम

Zohra Sehgal / AgenciesZohra Sehgal / Agencies

27 अप्रैल 1912 को नई दिल्ली के सहारनपुर में जन्मी जोहरा खान एक सुन्नी मुस्लिम परिवार से संबंध रखती थीं. ज़ोहरा सहगल का पूरा नाम साहिबज़ादी ज़ोहरा बेगम मुमताज़ उल्लाह खान था.

घूमी पूरी दुनिया 

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मात्र सात वर्ष की उम्र में मोतियाबिंद ने जोहरा खान को अपनी बायीं आंख गंवानी पड़ी थी. शुरुआत से ही विद्रोही स्वभाव की जोहरा खान को देहरादून में आयोजित मशहूर नृत्यांगना उदय शंकर के नृत्य ने प्रेरणा दी.  अलग-अलग संस्कृतियों और रीति-रिवाज़ों में गहरी रुचि रखने वाली जोहरा ने अपनी स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद  उदय शंकर की नृत्य-मंडली में शामिल होने का फैसला किया. इस मंडली में सम्मिलित होने के बाद उन्होंने जगह-जगह की यात्रा की. 

शानदार रहा फिल्मी सफर 

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इन्हीं यात्राओं के दौरान जोहरा खान की प्रेम कहानी लिखी गई और उन्होंने उन्होंने अपने से आठ साल छोटे कामेश्वर सहगल से प्रेम-विवाह किया. इस तरह जोहरा खान जोहरा सहगल कहलाईं. जोहरा सहगल अपने जीवन के चौथे पड़ाव में ‘बिंदास बुढ़िया’ के रूप में हिंदी सिनेमा में मशहूर हुईं. उनके नाम एक अनोखा रिकॉर्ड दर्ज है. उन्होंने पृथ्वीराज कपूर के साथ काम करना शुरू किया और उनके परिवार की चौथी पीढ़ी रणबीर कपूर तक काम करती रहीं. 

 

अपने जीवन के आखिरी पड़ाव पर जोहरा खान हृदय से पीडि़त रहने लगी. 10 जुलाई 2014 को जोहरा सेहगल ने हमेशा के लिए इस दुनिया को अलविदा कह दिया. जोहरा ने जीवन के हर रंग को गहराई से देखते हुए 102 सालों की जीवन यात्रा पूरी की.