अंतर्राष्ट्रीय ग्रीष्मोत्सव शिमला की तीसरी सांस्कृतिक संध्या (cultural evening) प्रसिद्ध सूफी गायक सतिंदर सरताज के नाम रही। सतिंदर सरताज ने अपने सूफियाना अंदाज में पंजाबी गीत पेश कर खूब रंग जमाया। सजन राजी हो जावे, लावा इश्के दी अंबरी उदारियां, सानू आजकल शीशा बड़ा छेड़दा समेत एक के बाद एक अपने धमाकेदार गाने प्रस्तुत कर पूरे शिमला वासियों को झूमने पर मजबूर कर दिया। इसके बाद उन्होंने “मेरे पैर न जमीन उते लगदे., तुम्हें दिल्लगी भूल जाने पड़ेगी.. गीत गाए तो पूरा रिज मैदान तालियों से गूंज उठा।
वहीं अन्य कलाकारों में हैरी, इंदु, अरुण जस्टा, राजेश मालिक और इंद्रजीत ने भी दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। अंतर्राष्ट्रीय ग्रीष्मोत्सव शिमला के तीसरे दिन स्थानीय एवं प्रदेश के अन्य जिलों के कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति दी। तीसरी सांस्कृतिक संध्या में ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह मुख्य अतिथि रहे
SUMMER FESTIVAL : पंजाबी गायक “सतिंदर सरताज” के सुरों पर झूमी हिमाचल की राजधानी
अंतिम संध्या में मोनाली ठाकुर दिखाएगी अपनी आवाज का जादू
समर फेस्टिवल की अंतिम संध्या में बॉलीवुड गायक मीनाक्षी ठाकुर अपनी आवाज का जादू रिज मैदान पर दिखाएगी। वहीं दिन भर स्कूली बच्चों के कार्यक्रम व शाम 5 बजे से पहाड़ी गायक अपनी प्रस्तुति देंगे। इसके अलावा समापन अवसर पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू बतौर मुख्यातिथि शिरकत करेंगे।